किसानों ने सीडीओ पर लगाया आरोप, माफी मांगे सीडीओ साहब
किसानों ने सीडीओ पर लगाया आरोप, माफी मांगे सीडीओ साहब
-किसान दिवस में सामूहिक रूप से कहा गया अपराधी, किसान नेताओं का आरोप
मथुरा । किसान नेताओं ने मुख्य विकास अधिकारी पर आरोप लगाये हैं कि किसान दिवस की बैठक में सीडीओ द्वारा उन्हें सामूहिक रूप से अपराधी कहा गया है, उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सीडीओ 22 सितम्बर तक अपने कथन को वापस नहीं लेते और माफ़ी नहीं मांगते तो 23 सितम्बर को राजीव भवन पर किसानों जमावड़ा लगायेंगे, किसान महीने में एक बार लगने वाले किसान दिवस में शामिल होने वेटरनरी कॉलेज पहुंचे थे जिसमें अधिकांश विभागों के अधिकारी नहीं पहुंचे जिसपर किसानों ने इस आयोजन का बहिष्कार कर कर दिया और मीटिंग हाल की तालाबंदी कर धरने पर बैठ गये ।
किसानों द्वारा करीब एक घंटे तक तालाबंदी किये जाने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया, इसके बाद मुख्य विकास अधिकारी अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ मीटिंग में पहुंचे, यहां दोनों ओर से कुछ बातें हुईं और रार बढ़ गई, भाकियू अराजनैतिक के नेता राजकुमार तोमर ने बताया कि किसान दिवस का आयोजन डीएम या सीडीओ की अध्यक्षता में होता है, बताया कि बैठक में सिर्फ कृषि विभाग और उद्यान विभाग था, पशुपालन विभाग से सिर्फ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था, उनसे पूछा कि टीकाकरण हुआ है कि नहीं इस पर पूरे जनपद में टीकाकरण हुआ बताया, इस पर 22 गांवों के किसानों ने बताया कि हमारे यहां नहीं हुआ, बिजली विभाग से कोई अधिकारी नहीं था, काफी देरी बाद बैठक में पहुंचे सीडीओ ने किसान नेताओं को ही अपराधी कह दिया, किसान नेताओं ने इस पर गंभीर ऐतराज जताया है ।
किसान नेता गजेंद्र सिंह गावर, सोनवीर सिंह प्रधान, पवन चतुर्वेदी आदि ने कहा कि मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद के किसानों को अपराधी बताया है जो किसानों का बहुत बड़ा अपमान है, अगर 22 सितंबर तक मुख्य विकास अधिकारी ने खेद व्यक्त नहीं किया तो कलेक्ट्रेट राजीव भवन पर अनिश्चितकालीन तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन किया जायेगा, किसानों का अपमान किसी कीमत पर शहन नहीं किया जायेगा, भाकियू टिकैत जिलाध्यक्ष देवेंद्र कुमार रघुवंशी का कहना है कि अधिकारी ने किसानों से कहा आपकी आपराधिक गतिविधियां हैं, यह किसानों का अपमान किया है जिससे नाराज सभी किसान नेताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी की और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा, उदयवीर सरपंच, प्रदीप जरेलिया, अवधेश रावत, राजवीर नेताजी, भगवान दास निषाद, सुभाष मास्टर, साहब जावरा, छोटू, राकेश चौधरी, मुकेश प्रधान, बच्चू काका, विनोद निषाद किसान मौजूद थे ।
वहीं दूसरी ओर मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार मीणा ने कहा कि कुछ किसान किसान दिवस में आये थे, हम थोडा मीटिंग में लेट हो गये थे, डीडी एग्रीकल्चर ने बताया कि यहां पर यह लोग बवाल कर रहे हैं, जब हम पहुंचे तो इन लोगों ने कुछ अधिकारियों को अंदर बंद कर रखा था, बाहर से कुंडी लगा दी थी, समस्याओं का जवाब देने के बाद हमारे द्वारा कहा गया था कि जो कृत्य आपके द्वारा किया गया है, वह गलत है, यह अधिकारी हैं उनकी भी गरिमा होती हैं, आपके द्वारा उनको अरेस्ट किया गया है, इसमें कार्यवाही हो सकती है, इस तरह की घटनाएं किसी को शोभा नहीं देती है, किसी को जबरदस्ती अंदर बंद करना एक क्राइम है, किसी को क्रिमनल या कुछ और नहीं कहा गया है ।