मदिरा पान : धर्म नगरी ने ताज नगरी को पछाड़ खपत वृद्धि दर में बनाया रिकॉर्ड
मदिरा पान : धर्म नगरी ने ताज नगरी को पछाड़ खपत वृद्धि दर में बनाया रिकॉर्ड
-जनपद में सितम्बर माह में शराब से सरकार को मिला 48 करोड़ 48 लाख का राजस्व
-पिछले महीने के लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व प्राप्ति में आगरा मंडल में जनपद मथुरा रहा प्रथम
मथुरा । सरकारी आंकड़े गवाही दे रहे हैं कि धर्म नगरी के लोगों का रुझान अब दूध, घी पीने की बजाय शराब के सेवन की ओर ज्यादा बढ रहा है, जनपद मथुरा में शराब की खपत वृद्धि दर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, धर्म नगरी ने ताज नगरी को लगातार दो सालों से पीछे छोड दिया है जिसके लिए सरकारी आंकड़ों में शराब के अवैध कारोबार पर लगाम लगाये जाने को भी बड़ी बजह बताया जा रहा है, विभागीय अधिकारियों के मुताबिक मथुरा जनपद में आठ सक्रिय शराब माफिया चिन्हित किये गये थे, जो अब जनपद छोडकर जा चुके हैं, मदिरा के अवैध कारोबार पर रोक लगने से शराब के वैध कारोबार में उछाल आया है ।
यह सच्चाई भी हो सकती है लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू यह भी है कि देशी और अंग्रेजी शराब के अवैध कारोबार पर यह सख्ती दूसरे अन्य जनपदों में भी बरती जा रही है, अन्य जनपदों में भी शराब के अवैध कारोबार पर रोक लगी है, जनपद में 180 देशी शराब की दुकान हैं तो 207 अंग्रेजी शराब और 203 बीयर की दुकानें हैं, वहीं 47 भांग व मॉडल शॉप 7 और 6 बार हैं, इस साल सितम्बर महीने में ही पिछली साल की तुलना में 17 प्रतिशत शराब अधिक पी गई है यानी सरकार को 17 प्रतिशत अधिक राजस्व प्राप्त हुआ, वर्ष 2022 के सितम्बर माह में शराब बिक्री से सरकार को 41 करोड 29 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था जो 2023 में बढकर 48 करोड़ 48 लाख हो गया, यानी राजस्व की 17 प्रतिशत अधिक प्राप्ति हुई ।
आबकारी विभाग को सितंबर महीने में 61-22 करोड़ की राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य दिया गया था जिसके सापेक्ष विभाग 89.97 प्रतिशत लक्ष्य ही हासिल कर सका, तय लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व प्राप्ति में सितम्बर माह में मथुरा जनपद मंडल में प्रथम स्थान पर और प्रदेश में आठवें स्थान पर रहा है, वहीं पिछले वित्तीय वर्ष में मथुरा जनपद मंडल में लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व प्राप्ति में प्रथम स्थान पर रहा था, सितंबर में आबकारी विभाग की ओर से अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ की गई, कुल 60 अभियोग पंजीकृत हुए और 19 गिरफ्तारी हुईं जबकि 7 हजार 102 लीटर अवैध शराब पकडी और तीन वाहन जब्त किये गये, इसके बावजूद आबकारी विभाग स्टाफ की कमी से जूझ रहा है, जनपद में पांच इंस्पेक्टर, नौ हैड कांस्टेबल और 14 कांस्टेबल तैनात हैं ।
शनिवार को गोवर्धन क्षेत्र में अवैध शराब कारोबारियों के विरुद्ध जारी अभियान के तहत सीओ गोवर्धन राममोहन शर्मा और थानाध्यक्ष गोवर्धन ओमहरि वाजपई के नेतृत्व में उप निरीक्षक जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में अड़ींग स्थित भांतु कॉलोनी में अवैध शराब कारोबारी के ठिकानों पर छापामारी की, हालांकि इस दौरान भांतु कॉलोनी में कहीं भी अवैध शराब तो नहीं मिली परंतु एक खाली गड़ा हुआ छोटा ड्रम जमीन में मिला, लोगों का कहना है, पुलिस की सजकता और सतर्कता के चलते अड़ींग में अवैध शराब के कारोबारियों पर विराम सा लगता हुआ नजर आ रहा है, उप निरीक्षक जितेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल राज खां, कांस्टेबल हिमांशु कटिहार, कांस्टेबल राम बहादुर सिंह शामिल थे, वहीं अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए तीन टीम प्रतिदिन जनपद के विभिन्न हिस्सों में जाती हैं, अवैध शराब पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर काम किया जा रहा है, अवैध शराब पर प्रभावी रूप से रोक लगाने में सफलता प्राप्त हुई है, इस वित्तीय वर्ष में वैध मदिरा के उपयोग वृद्धि दर में मथुरा जनपद आगरा मंडल में प्रथम स्थान पर चल रहा है ।