खेतों से जल निकासी में नाकाम रहा प्रशासन, हुआ अस्थाई समाधान
खेतों से जल निकासी में नाकाम रहा प्रशासन, हुआ अस्थाई समाधान
-गोवर्धन क्षेत्र के वछगांव में जल निकासी की समस्या से जूझ रहे हैं सैंकड़ों किसान
मथुरा । जल निकासी की समस्या को लेकर सोमवार को दो गांवों के लोग आमने सामने आ गये, जिला प्रशासन को जल निकासी व्यवस्था बनाने में एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है, इस जद्दोजहद में सैकडों बीघा जमीन के रवी सीजन में भी बंजर रह जाने के आसार बन रहे हैं, अब जाकर प्रशासनिक अधिकारियों की सूझबूझ से जल निकासी के लिए खोदाई का कार्य शुरू हो सका है ।
गोवर्धन क्षेत्र के गांव बछगांव में पिछले कई माह से खेतों में पानी भरा हुआ है जिससे हजारों एकड़ कृषि भूमि जलमग्न हो गई थी, बड़ी संख्या में किसान पीड़ित थे, इसे लेकर गत 28 सितम्बर को बछगांव के किसान खेतों से जल निकासी की मांग को लेकर मोबाइल टावर पर चढ़ गए थे, तब इसे लेकर गोवर्धन तहसील के अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा था, प्रशासन ने गत दिनों सिंचाई विभाग के अधिकारियों के सर्वे के बाद जल निकासी की अस्थायी योजना बनाई थी, शनिवार को जल निकासी के लिए खुदाई का कार्य शुरू किया गया, नगला आशा के कुछ लोगों ने खोदाई कार्य के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि खोदाई का कार्य योजना के अनुसार नहीं हो रहा है, इससे खेतों के पास जलभराव हो जायेगा और उनकी खेती को नुकसान होगा, कुछ देर खोदाई का कार्य बाधित रहा ।
खोदाई रोक दिए जाने की सूचना पर नायाब तहसीलदार मीनू राजपूत व एसओ मगोर्रा पुष्पेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे, उन्होंने स्थानीय लोगों से बात की और लोगों को समझाने में सफल रहे, बाद में खोदाई का कार्य शुरू हो सका, इस बारे में एसडीएम गोवर्धन मयंक गोस्वामी ने बताया कि बछगांव में जलभराव के कारण काफी कृषि योग्य भूमि जलमग्न हो रही थी, किसान पीड़ित थे इसलिए जल निकासी कराई गई है, एक किसान से आपसी सहमति बनाकर उसके खेत से जल निकासी का रास्ता तैयार किया गया है, हालांकि यह अस्थायी व्यवस्था है, जल निकासी के बाद खोदाई की गई भूमि को समतल कर दिया जायेगा ।