सीएमओ कार्यालय परिसर में गैस रिसाव, मचा हड़कंप, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
सीएमओ कार्यालय परिसर में गैस रिसाव, मचा हड़कंप, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
-शुक्रवार की सुबह सीएमओ कार्यालय में हुई गैस रिसाव की घटना, मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम
-सीएमओ कार्यालय के समीप ही संचालित है एएनएम प्रशिक्षण केन्द्र, दो छात्रायें गम्भीर
-सीएमओ कार्यालय में मिली बड़ी लापरवाही, एक दिन पहले भी हुआ था गैस का रिसाव
मथुरा । शुक्रवार को सीएमओ कार्यालय परिसर में गैस रिसाव होने से हड़कंप की स्थिति बन गई, जिस जगह गैस का रिसाव हुआ उसके बगल में ही एएनएम प्रशिक्षण केन्द्र है, इस केन्द्र में बडी संख्या में छात्राएं प्रशिक्षण ले रही हैं, गैस की चपेट में आईं प्रशिक्षण केन्द्र की छात्राओं को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में हुई इस गैस रिसाव की घटना से कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में शुक्रवार सुबह 11 बजे एएनएम प्रशिक्षण केंद्र के बगल में पंप हाउस से क्लोरीन गैस का रिसाव हो गया, गैस पूरे परिसर में फैल गई और कार्यालय में अफरा तफरी मच गई, वहीं एएनएम प्रशिक्षण केंद्र में पढ़ाई कर रही कुछ् छात्राएं जमीन पर गईं, सूचना पर फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस भी मौके पर पहुंच गई, मथुरा रिफाइनरी से भी टीम मौके पर पहुंच गई, फायर बिग्रेड के कर्मचारियों द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद गैस रिसाव पर काबू पाया जा सका, क्लोरीन गैस के रिसाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही खुलकर सामने आई है ।
वहीं बताया जा रहा है कि गुरुवार शाम को भी क्लोरीन गैस का रिसाव हुआ था जिसके बाद सीएमओ ने फायर ब्रिगेड को सूचना देकर बुलाया था, पंप हाउस में रखे क्लोरीन के दोनों सिलेंडर को ठीक से चेक नहीं किया गया, एएनएम का कोर्स कर रहे दो दर्जन छात्र छात्राएं इसकी चपेट में आ गये जिनमें से दो की हालत गंभीर हो गई, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में करीब सात-आठ साल पहले एक कमरे में क्लोरीन से भरे सिलेंडर रख दिए गये थे जिसके बाद इस कमरे को खोला नहीं गया, सुबह करीब 11 बजे कमरे से अचानक गैस का रिसाव होने लगा, गैस रिसाव होते ही अफरा तफरी का माहौल व्याप्त हो गया ।
यहां एएनएम का कोर्स करने के लिए आये हुए छात्र रागिनी, शालिनी, कुसुम, जितेंद्र, सर्वेश, सोनल वर्मा, ज्योति, कविता और प्रियंका सहित दो दर्जन छात्र छात्राएं गैस की चपेट में आ गये, दो छात्रों की हालत बिगड़ गई, वह बेहोश होकर वहीं गिर गये, दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, हालांकि उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है, सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंच गई, कमरे को तोड़कर सिलेंडर को बाहर निकाला गया, कमरे में दो सिलेंडर रखे हुए थे, एसीएमओ डॉ0 भूदेव सिंह ने बताया कि कमरा कई साल से बंद था और इसके अंदर दो सिलेंडर रखे हुए थे, प्रथमदृष्टया यह क्लोरीन गैस है, जो पानी को साफ करने के लिए प्रयोग की जाती है, इसकी पुष्टि करने के लिए एक्सपर्ट्स को बुलाया गया है, जो छात्र गैस की चपेट में आये थे, उनकी हालत अब ठीक है ।