प0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस के घर बैठे बनेंगे कार्ड
प0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस के घर बैठे बनेंगे कार्ड
-शासन द्वारा जारी किया ऑनलाइन पोर्टल, घर बैठे कर सकते हैं आवेदन
-ऑनलाइन कैशलेस कार्ड से निजी अस्पतालों में मिलेगा मुफ्त इलाज
मथुरा । जनपद में पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना के तहत कैशलेस कार्ड बनवाना अब और आसान हो गया है, प्रदेश सरकार का कोई भी अधिकारी, कर्मचारी या पेंशनर यह कार्ड घर बैठे अपने कंप्यूटर से बहुत ही आसानी से बना सकता है, सीएमओ डॉ0 अजय कुमार वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना के तहत सरकारी कर्मचारियों तथा पेंशनर्स के कार्ड बनने में आ रही कठिनाईयां दूर हो गई हैं, पोर्टल https://sects.up.gov.in/ पर योजना से संबंधित समस्त आवश्यक जानकारी उपलब्ध हैं, स्टेट हेल्थ कार्ड बनाने की पूरी प्रक्रिया को पोर्टल पर वीडियो के रूप में भी प्रदर्शित किया गया है ।
नोडल अधिकारी डॉ0 अनुज कुमार ने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के अन्तर्गत आबद्ध प्राइवेट चिकित्सालयों के अतिरिक्त लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई जैसे संस्थानों में भी सुविधा मिल रही है, प्राइवेट चिकित्सालयों में अब तक कई लाभार्थी कैशलेस इलाज की सुविधा प्राप्त कर चुके हैं, विभिन्न जिलों में आबद्ध चिकित्सालयों का विशेषज्ञतावार विवरण योजना के पोर्टल पर उपलब्ध है, किसी भी तरह की मदद के लिए योजना के टोल फ्री नंबर 180018004444 को डायल कर सकते हैं ।
जिला ग्रिबांस मैनेजर सौरभ शर्मा ने बताया कि सरकारी अस्पताल में इलाज में खर्च होने वाले बिल को उस चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) या प्रभारी ही अंतिम रूप में प्रमाणित कर सकेंगे जबकि पहले सीएमएस या प्रभारी की ओर से प्रमाणित बिल को सीएमओ के स्तर पर दोबारा प्रमाणित करने का प्रावधान था, इसके बाद ट्रेजरी ऑफिस से मरीज को इलाज का खर्च मिलता था, जिन लाभार्थियों का कार्ड अब तक नहीं बन पाया है, उन्हें आवश्यकता पड़ने पर जिला अस्पताल, लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई, डॉ0 आरएमएल इन्स्टीट्यूट जैसे सरकारी चिकित्सा संस्थानों में इलाज कराने पर उनके बिल की शत-प्रतिशत प्रतिपूर्ति होगी, इसके लिए सीएमओ के प्रति हस्ताक्षर की आवश्यकता नहीं होगी, यह प्रावधान योजना के शासनादेश में निहित है ।