नोटिस : कोचिंग सेंटरों को कराना होगा पंजीयन, नही तो होगी कार्यवाही
नोटिस : कोचिंग सेंटरों को कराना होगा पंजीयन, नही तो होगी कार्यवाही
-कोचिंग के रजिस्ट्रेशन पर विद्यालय के संचालन पर रद्द होगी मान्यता, कड़ी कार्यवाही
मथुरा । जनपदभर में बिना पंजीकरण के संचालित हो रहे कोचिंग सेंटरों को नोटिस थमाये जाने के साथ ही चेतावनी दी जा रही है कि यदि बिना रजिस्ट्रेशन के कोचिंग का संचालन हुआ तो सख्त कार्यवाही की जायेगी, शुक्रवार को बल्देव ब्लॉक के नोडल अधिकारी डॉ0 अखिलेश यादव ने ब्लॉक क्षेत्र में कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण किया तथा बिना पुनः पंजीकरण या बिना पंजीकरण के संचालित कोचिंग सेंटर का निरीक्षण कर कोचिंग संचालकों को नोटिस थमाकर पंजीकरण कराने की हिदायत दी ।
वर्तमान में बंद चल रहे एक पंजीकृत कोचिंग संस्थान चाणक्य एकेडमी बलदेव के संस्थापक ने नोडल अधिकारी को बताया कि वह कोचिंग का संचालन नहीं कर रहे, मार्च 2020 कोरोना काल से उनका कोचिंग संस्थान बंद है व आगे संचालित नहीं करना चाहते हैं इसलिए पुनः पंजीयन नहीं करवा रहे हैं जिसकी जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक को पूर्व में एक नोटिस के जवाब में दे दी गई है, नोडल अधिकारी ने बताया, कोचिंग के पंजीकरण के कुछ मानक होते हैं जिसको प्रत्येक कोचिंग संचालक को पूरा करना होगा जैसे कि विद्यार्थियों के लिए पर्याप्त फर्नीचर, शौचालय की व्यवस्था पर्याप्त बिजली, पीने योग्य पानी की व्यवस्था, अग्निशमन यंत्र तथा आवागमन के लिए दो रास्ते प्रमुख हैं ।
उन्होंने कहा कि अभिभावकों को भी इस ओर ध्यान देना होगा, विद्यार्थियों के कोर्स के अनुरूप विषय शिक्षक व मान्यता के उपरांत ही विद्यार्थियों को कोचिंग सेंटर में प्रवेश दिलाएं तथा किसी भी कोचिंग के पंजीकरण पर किसी विद्यालय का संचालन पूर्णता अवैध व प्रतिबंधित है, अगर ऐसा कोई पाया जाता है तो कड़ी कार्यवाही होगी, साथ ही अभिभावकों व विद्यार्थियों को विद्यालयों में प्रवेश से पूर्व भी यह अवश्य देख लेना चाहिए कि विद्यालय मान्यता प्राप्त है अथवा नहीं तथा उन विषयों की मान्यता है जिनमें प्रवेश दिलाया जा रहा है, कोई भी विद्यालय अपने यहां अमान्य विषय में प्रवेश नहीं लेगा, ना ही अवैध कक्षाओं का संचालन करेगा और किसी भी विद्यालय का दूसरे विद्यालय में संबंधितकरण पूर्णतः प्रतिबंधित है, यदि शुल्क के संबंध में कोई विद्यार्थी और अभिभावक इसकी जांच नहीं करते तो प्रवेश के समय ही स्थिति स्पष्ट नहीं करते तो संपूर्ण दायित्व उन्हीं का होगा ।