चुनावी मुद्दा बनती रही छाता शुगर मिल का हुआ सोमवार को भूमि पूजन
चुनावी मुद्दा बनती रही छाता शुगर मिल का हुआ सोमवार को भूमि पूजन
-मौनी बाबा के सानिध्य में हुआ भूमि पूजन, 18 महीने में तैयार होगी छाता शुगर मिल
-छाता शुगर मिल को चालू करने में करीबन 700 करोड़ की आयेगी लागत
-केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार व कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीनारायण की मौजूदगी में हुआ भूमि पूजन
मथुरा । जनपद की राजनीति में दशकों से चुनावी मुद्दे के रूप में सुर्खियों में रहने वाली छाता शुगर मिल एक बार फिर चर्चा बटोर रही है, एक दशक से पहले बंद हुई छाता शुगर मिल को चालू कराने का वायदा प्रत्येक विधानसभा चुनाव में मिलता रहा, इसी श्रृंखला में पिछले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी द्वारा छाता शुगर मिल को चालू कराने का वायदा किया गया था, वहीं छाता शुगर मिल की राजनीति का असर मथुरा के अलावा आसपास के जनपदों पर भी पड़ता रहा है, हालांकि इस बार छाता शुगर मिल का भूमि पूजन हो गया ।
सोमवार को छाता शुगर मिल का भूमि पूजन माधव दास मोनी बाबा की उपस्थिति में हुआ, इस दौरान केंद्र सरकार में चीनी उद्योग वं गन्ना विकास राज्य मंत्री संतोष गंगवार के साथ ही प्रदेश में चीनी उद्योग व गन्ना विकास कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण भी मौजूद रहे, विधिवत पूजन के बाद दोनों मंत्रियों द्वारा नई छाता शुगर मिल की आधारशिला रखी गई, केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि इस शुगर मिल के शुरू होने से मथुरा के अलावा आसपास के जनपदों को भी लाभ मिलेगा, कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने कहा कि भूमि पूजन कर शुगर मिल का निर्माण किया जायेगा, प्रारंभ में तीस हजार टन गन्ना लेने की क्षमता होगी, 60 हजार लीटर एथेनॉल बनाया जायेगा ।
शुगर लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर रमाकांत पांडे ने बताया कि 18 महीने में छाता शुगर मिल बनकर तैयार होगी, हमारी और किसानों की गन्ना विकास को लेकर चुनौती होगी, शुगर मिल की शुरुआत में तीस हजार क्विंटल प्रतिदिन गन्ने की क्षमता होगी, भविष्य में गन्ना की विकास किसानों के साथ मिलकर शुगर मिल की क्षमता को पचास हजार क्विंटल प्रतिदिन कर दिया जायेगा, एक दिन में शुगर मिल से 60 हजार लीटर प्रतिदिन एथेनॉल बनाया जायेगा, यह प्रोजेक्ट लगभग 700 करोड़ का होगा, शुरुआत में तीस हजार क्विंटल क्षमता का प्लांट लगाया जायेगा जिसकी अनुमानित लागत लगभग 400 करोड़ होगी ।