प्राधिकरण की बिना एनओसी के संचालित हो रहे हैं अधिकांश ढाबा, रेस्टोरेंट
प्राधिकरण की बिना एनओसी के संचालित हो रहे हैं अधिकांश ढाबा, रेस्टोरेंट
-राष्ट्रीय राजमार्ग से सीधे जुड़ने के लिए लेनी होगी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को एनओसी
मथुरा । हाईवे किनारे संचालित रेस्टोरेंट और ढाबों में से अधिकतर ने राजमार्ग प्राधिकरण से अनुमति नहीं ली है, उनके पास प्राधिकरण का अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं है जिसका खुलासा अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान प्राधिकरण की टीमों की जांच में हुआ है, अभियान के दौरान उपजे विवाद के बाद प्राधिकरण सख्त हो गया है और बडे स्तर की कार्यवाही की तैयारी में जुट गया है, वहीं बडे नुकसान की आशंका के चलते तमाम होटल, ढाबा एवं रेस्टोरेंट संचालकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से एनओसी लेने के लिए आवेदन कर दिया है ।
दरअसल कोटवन बॉर्डर से लेकर मथुरा तक हाईवे किनारे तमाम होटल, ढाबे एवं रेस्टोरेंट बने हुए हैं, हाईवे प्राधिकरण की टीम के अनुसार इनमें से कुछ एक को छोड़कर अधिकतर के पास प्राधिकरण का अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं है जबकि नियम के मुताबिक व्यवसायिक प्रतिष्ठान को हाईवे तक रास्ता बनाने के लिए भी एनओसी लेनी होती है, इसका खुलासा उस समय हुआ, जब प्राधिकरण की टीमें होटल ढाबों के सामने और आसपास हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए पहुंची जिसका संचालकों ने विरोध किया था ।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने अतिक्रमण हटाने की चेतावनी जारी की है, घटना प्रबंधक नरेंद्र चौधरी ने बताया कि कोसीकलां इलाके में करीब एक दर्जन होटल, ढाबे एवं रेस्टोरेंटों पर अतिक्रमण चिन्हित किया गया है, प्राधिकरण द्वारा सभी को नोटिस जारी किये गये हैं, उन्होंने बताया कि अतिक्रमणकारियों के पास कोई भी अनापत्ति प्रमाण पत्र भी नहीं है, इसको लेकर प्राधिकरण मुख्यालय सूचना भेजी गई है, वहीं अतिक्रमण हटाने के दौरान घटित घटना के बाद अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए ढाबा संचालकों की प्राधिकरण के संबंधित कार्यालय में कतार लग गई है, हालांकि प्राधिकरण ने बिना अतिक्रमण हटाए एनओसी देने के मूड में नहीं है, इसको लेकर होटल, ढाबा संचालक भी चिंतित नजर आ रहे हैं ।