वृद्धजन दिवस : विधिक साक्षरता शिविर का हुआ आयोजन
वृद्धजन दिवस : विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन हुआ सम्पन्न
-जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव नीरू शर्मा ने दी विधिक जानकारी
मथुरा । अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन चेतन्य विहार वृद्ध विधवा महिला आश्रय सदन वृन्दावन में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव नीरू शर्मा की अध्यक्षता में हुआ, इस दौरान आश्रय सदनों की अधीक्षिकाएं, कर्मचारी, आश्रय सदन में रह रहीं वृद्ध, विधवा माताएं व पराविधिक स्वयसंसेवक उपस्थित रहे, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पराविधिक स्वयंसेवकों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस का महत्व बताते हुए शासकीय योजनाओं, वृद्धावस्था एवं विधवा पेंशन आदि के सम्बंध में विस्तृत जानकारी दी गई ।
अध्यक्षता करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव नीरू शर्मा ने माताओं को बताया कि बुढ़ापा एक सामान्य मानवीय प्रक्रिया है जो मानव जीवन चक्र में स्वाभाविक रूप से चलती रहती है, इस प्रक्रिया में मानव शरीर के अंगों के कामकाज की क्षमता में गिरावट आती है, प्राचीन भारत के गुरुकुलों व विद्यालयों में "मातृ देवो भव, पितृ देवो भवः", "आचार्य देवो भव इन" मंत्रों का उद्घोष प्रतिदिन सुना जाता था, पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव व तीव्र गति के शहरीकरण की वजह से भारतीय समाज की संरचना में परिवर्तन आ रहे हैं, हम अपने संस्कार व बुजुर्गों के प्रति सम्मान के भाव को खोते जा रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हम आयेदिन हमारे समाज में हो रहे वृद्धजनों पर अत्याचार से सभी वाकिफ है एवं उनके अधिकारों का हर दिन हनन किया जा रहा है, माँ बाप को संपत्ति से बेदखल कर दर-दर की ठोकरें खाने के लिए छोड़ दिया जाता है या उन्हें वृद्धाश्रम की चार दीवारी में रहने को मजबूर कर दिया जाता है, हमारे देश में बुजुगों पर होने वाले अत्याचारों को रोकने के लिए कानून बनाये गये हैं, वक्त वक्त पर देश के सर्वाेच्च न्यायालय ने बुजुर्गों की देखभाल को कई दिशा निर्देश दिये हैं, विधिक साक्षरता शिविर के अंत में माताओं ने श्रीकृष्ण के भजन गाकर नृत्य प्रस्तुत किया गया ।