पराली : प्रदेशभर में मथुरा जनपद रहा अव्वल, कुल 84 घटनाओं का खुलासा
पराली : प्रदेशभर में मथुरा जनपद रहा अव्वल, कुल 84 घटनाओं का खुलासा
-सेटेलाइट की मदद से पकड़ी जाती हैं पराली जलाने की घटना, पिछले साल हुई 30 घटना
-पीलीभीत में 80 तो अलीगढ़ में 78 पराली जलाने की घटनाएं सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज, मिला दूसरा व तीसरा स्थान
मथुरा । प्रदेशभर में मथुरा जनपद फसल अवशेषों को जलाने की घटनाओं को ट्रेस करने में पहले पायदान पर रहा है, सेटेलाइट की मदद से इस सीजन में मथुरा जनपद में फसल अवशेष जलाने की कुल 84 घटनाएं पकड़ी गई हैं जिसमें 70 घटनाएं पराली जलाने की हैं जबकि 14 अन्य घटनाएं फसल अवशेष जलाने की पकड़ी गई हैं, प्रदेशभर में किसी एक जनपद में यह घटनाएं सर्वाधिक हैं, पीलीभीत जनपद में 80 घटनाएं हुई हैं जबकि अलीगढ़ में 78 घटनाएं और वह तीसरे नम्बर पर है ।
सेटेलाइट की मदद से इस तरह की घटनाओं को पकडा जाता है जिसके बाद मौके पर पहुंच कर घटना को ट्रेस किया जाता है, जनपद में पिछले साल पराली जलाने की 30 घटनाएं हुई थीं जिसकी वजह यह रही कि इस सीजन में पिछले साल अधिकांश समय मौसम खराब रहा था और बादल बने रहे थे, ऐसे मौसम में सैटेलाइट आगजनी की घटनाओं को पकड़ने में सक्षम नहीं रहता है, खेतों में पानी भरा रहने से किसानों ने पराली को खेतों में ही जोत दिया था और खाद बनाया गया था जिससे आगजनी की घटनाएं कम हुई थीं, जिला प्रशासन की ओर से इस बार पराली का बेहतर प्रबंधन किया गया, घर छोटी बड़ी सभी घटनाओं को ट्रेस करने के बाद ही सत्यापित किया गया और कार्यवाही की गई ।
वृन्दावन के वंशीवट गौशाला ने छह हजार मीट्रिक टन से अधिक पराली ली गई है, सरकारी गो शालाओं में भी दो हजार मीट्रिक टन पराली ली गई है, अडानी ग्रुप ने माता जी गोशाला में बायो फ्यूल प्लांट लगाया हुआ है जो किसानों से चार रूपये गठ्ठर व 15 सौ रुपये ट्राली के हिसाब से पराली ले रहे हैं, बायो फ्यूल प्लांट के लिए पराली खरीदने के लिए कुल पांच सैंटर स्थापित के गये हैं, एक सैंटर एंच, एक रनवारी, एक खायरा, एक कुंजेरा तथा एक तहगांव में काम कर रहा है, प्लांट द्वारा अभी तक पांच हजार मीट्रिक टन से ज्यादा पराली खरीदी गई है, जिला कृषि अधिकारी एके सिंह ने बताया कि विभाग पूरी तरह से मुस्तैद रहा है और पराली जलाने की छोटी और बडी हर घटना को ट्रेस कर कार्यवाही की गई है, वहीं दो कर्मचारियों को लापरवाही बरतने पर निलंबित भी किया गया है ।