
मैसर्स नीलांश और तिरंगा का नहीं थम रहा विवाद, नीलांश ने तिरंगा को भेजे नोटिस
मैसर्स नीलांश और तिरंगा का नहीं थम रहा विवाद, नीलांश ने तिरंगा को भेजे नोटिस
मैसर्स नीलांश द्वारा पूरे साक्ष्य व दस्तावेजों के साथ तिरंगा को भेजे गये हैं नोटिस, देना ही होगा जबाव
नीलांश और तिरंगा ने बटोरी सुर्खियां, क्षेत्र में व्याप्त चर्चाओं में राजनीतिक कलह है विवाद की बड़ी बजह
लखनऊ । पिछले कई वर्षों से दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा और मैसर्स नीलांश के बीच चल रहा विवाद दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है, जहाँ एक ओर दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा द्वारा अपने विभिन्न सोशल मीडिया एकाउंट्स के माध्यम से मैसर्स नीलांश और उसके डायरेक्टर्स पर भू माफिया और राष्ट्रद्रोही जैसे गम्भीर आरोप लगाने के साथ ही देह व्यापार में लिप्त होने तक के संगीन आरोप लगाने और मैसर्स नीलांश के संचालकों से खुद को जान से मारने की आशंका व्यक्त की जा रही है तो वहीं दूसरी ओर मैसर्स नीलांश के डायरेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने दीपक शुक्ला द्वारा उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद व आधारहीन व बेबुनियाद बताते हुए दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा द्वारा उन्हें बदनाम करने का प्रयास बताया है और इन कारगुजारियों को लेकर मैसर्स नीलांश ने दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा को अपने अधिवक्ता के माध्यम से तीन लीगल नोटिस भी भेजे हैं लेकिन किसी भी लीगल नोटिस का कोई भी जबाव नहीं दिया गया है जिससे जाहिर है कि दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा द्वारा मैसर्स नीलांश को बेबजह बदनाम व परेशान किया जा रहा है ।
हालांकि गरीब व असहाय किसानों की जमीनों पर मैसर्स नीलांश द्वारा अबैध कब्जे आदि का आरोप लगाते हुए दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा द्वारा विगत दिनों धरना प्रदर्शन भी किये गए हैं जिनके समाचार सोशल मीडिया के साथ ही कुछ समाचार पत्रों में भी इसे प्रकाशित हुए हैं जबकि मैसर्स नीलांश के मालिकानों ने जमीन कब्जे के आरोपों को सिरे से नकारते हुए बताया गया है कि मृतक किसान व उसके परिवार द्वारा पूर्व में ही अपनी जमीन मन मुताबिक कीमत लेकर मैसर्स नीलांश को बेची जा चुकी है और किसानों द्वारा मैसर्स नीलांश को पूर्व में बेची गई जमीन को ही फर्जी तरीके से दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा ने फर्जी खतौनी तैयार कराकर कई बैंकों से लोन दिलवाकर और फर्जी तरीके से ही उसी जमीन को दोबारा किसी अन्य व्यक्ति के नाम फर्जी बैनामा कराकर अवैध रूप से मोटी धनराशि वसूलने के प्रयास का आरोप लगाया है ।
वहीं मैसर्स नीलांश के निदेशक संजीव श्रीवास्तव के मुताबिक उनके द्वारा जिला लखनऊ अंतर्गत तहसील मलिहाबाद में खाता संख्या 387 व खसरा संख्या 172, 174 व 194 में स्थित विवादित जमीन के सम्बंध में जनपद लखनऊ के थाना माल में मुकदमा संख्या 280/2021 दिनांक 4 अगस्त 2021 को दर्ज कराया गया था जिसमें उपजिलाधिकारी मलिहाबाद द्वारा मैसर्स नीलांश के पक्ष में आदेश पारित किया जा चुका है और किसानों व अन्य पक्षों को फर्जी करार देते हुए उन्हें दोषी बताया जा चुका है लेकिन फिर भी दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा के बहकावे में आकर कुछ लोगों द्वारा उन्हें बदनाम व परेशान करने का प्रयास किया जा रहा है ।
मैसर्स नीलांश के डायरेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा पर उन्हें ब्लैकमेल और अवैध रूप से चौथ पूजाई करने का भी आरोप लगाया है, उन्होंने बताया है कि दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा के बरगलाने पर किसानों द्वारा मैसर्स नीलांश पर छह फर्जी मुकदमे दर्ज कराए गए थे जिन्हें न्यायपालिका द्वारा 31 मार्च 2025 को फर्जी साबित करने के साथ ही दूसरे पक्ष के लोगों को फर्जीबाड़ा नहीं करने और अमन शांति बनाए रखने की हिदायत दी गई है, मैसर्स नीलांश के डायरेक्टर संजीव श्रीवास्तव के मुताबिक दीपक शुक्ला उर्फ तिरंगा व उनके साथी अभी भी अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं और मैसर्स नीलांश व डायरेक्टर संजीव श्रीवास्तव पर लगातार अनर्गल व झूठे आरोप लगाते हुए बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है ।