ऑटो के रूट निर्धारण व रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का किया विरोध
ऑटो के रूट निर्धारण व रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का किया विरोध
-फिलहाल रजिस्ट्रेशन शुल्क को मुद्दा बना कर किया जा रहा है प्रदर्शन
मथुरा । जनपद में ऑटो, ई रिक्शा के रजिस्ट्रेशन और रूट निर्धारण को लेकर शुरू हुई प्रक्रिया का जनपद भर में पुरजोर विरोध शुरू हो गया है, शुक्रवार को महानगर में इस विरोध का असर देखने को मिला, ऑटो और ई रिक्शा चालकों ने हड़ताल कर दी, इससे लोगों को आवागमन में बहुत परेशानी का सामना करना पडा, वहीं इसका कुछ लोगों ने जमकर लाभ उठाया और सवारियों से ओने पौने किराया वसूला ।
जिला प्रशासन ऐसे लोगों को चिन्हित कर रहा है जिनके कई ऑटो और ई रिक्शा संचालित हैं, रूट पर उनका आधिपत्य है, अधिकारियों का मानना है कि ऐसे लोग इस प्रक्रिया का ज्यादा विरोध कर रहे हैं और वह उन ऑटो और ई रिक्शा चालकों को भी उकसा रहे हैं और हड़ताल में शामिल होने के लिए बाध्य कर रहे हैं जो इस प्रक्रिया के विरोध में नहीं है, फिलहाल ऑटो और ई रिक्शा चालक रजिस्ट्रेशन शुल्क को लेकर विरोध जता रहे हैं। वहीं रूट निर्धारण पर भी आपत्ति है।
अखिल भारतीय समता फाऊंडेशन के अध्यक्ष लुकेश कुमार राही एवं उपाध्यक्ष चित्रसेन मौर्य ने आरोप लगाया है कि ई रिक्शा चालकों से नगर निगम द्वारा जबरन तानाशाही टैक्स वसूला जा रहा है, उत्पीड़न के खिलाफ आंदोलन का रेलवे ग्राउंड पहुंचकर समर्थन किया और वादा किया कि वसूली का हर संभव विरोध किया जाएगा, इस दौरान शिवचरण मौर्य, असलम खान, रवि कुमार ठाकुर, राघवेंद्र विकास कुमार अनिरुद्ध सचिन कुमार अनुज कुमार चित्रसेन मौर्य कन्हैयालाल सुभाष बाबू भूरा राजपूत किशोर कुमार आदि सैकड़ो की संख्या में मौजूद रहे ।
मथुरा में ई रिक्शा चालकों की नाराज़गी अब सड़क पर खुलकर दिखाई देने लगी है, शहर में हड़ताल जैसा माहौल बन गया है, कई ई रिक्शा चालक उन ऑटो रिक्शाओं को भी जबरन रोकते नज़र आए जो सड़कों पर चल रहे थे, इससे आम यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, कुछ महीनों पहले पीएसए डिजिटल नाम की कंपनी ने हज़ारों ई रिक्शा चालकों से बेहतर सुविधाओं और स्मार्ट सर्विस के नाम पर बड़ी रकम वसूली थी जिसके बाद कंपनी अचानक गायब हो गई, तब से चालक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन मामला अब और बिगड़ता नजर आ रहा है, प्रदर्शनकारियों द्वारा चल रहे ऑटो रिक्शा को रोकने की घटनाओं से शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा सकती है, यात्रियों, छात्रों और स्थानीय लोगों के लिए रास्ता तय करना मुश्किल होता जा रहा है जबकि पुलिस और प्रशासन स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं।
एसपी सिटी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि अभी ई रिक्शा चालकों के संबंध में प्रशासन द्वारा कई निर्णय लिये गये हैं, जितने भी ई रिक्शा चल रहे हैं उनका रजिस्ट्रेशन कराया जाए और इसके बाद रूट वितरण किया जाए, इसके बाद ऑटो, ई रिक्शा अपने रूट पर चलेंगे, जो ऑटो रिक्शा जिनके नम्बर नहीं हैं और जो टाइम बोर्ड हो चुके हैं उन्हें बाहर किया जाए, श्रद्धालुओं की नगरी है, काफी श्रद्धालु आते हैं, कहीं कोई कार्यक्रम होता है तो बडी संख्या में ऑटो पहुंच जाते हैं, इससे अफरातफरी, जाम जैसी स्थिति बन जाती है, व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जाएगा जो ई रिक्शा का कारोबार कर रहे हैं, उनके पास ई रिक्शा एक से अधिक हैं, उनको लग रहा है कि हर चीज की समीक्षा होगी आगे, उस समीक्षा में जो बडी संख्या में चलवा रहे हैं, उनके खिलाफ भी कार्यवाही होगी।







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