किसानों ने सरकार के खिलाफ किया अर्धनग्न प्रदर्शन, बुजुर्ग किसान की बिगडी तबीयत
किसानों ने सरकार के खिलाफ किया अर्धनग्न प्रदर्शन, बुजुर्ग किसान की बिगडी तबीयत
-बलदेव के घड़ी सुक्खा सरायसालवान में नौ दिन से जारी है किसानों का धरना प्रदर्शन
-आगरा उत्तरी बाईपास पर कट की बनाने की है मांग, प्रशासन पर लगाया अनसुनी का आरोप
मथुरा । आगरा उत्तरी बाईपास पर कट की मांग को लेकर आन्दोलित किसानों ने रक्षाबंधन के दिन अनूठे अंदाज में प्रदर्शन किया, वहीं साथी किसान की तबियत खराब होने पर किसानों ने सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश जताते हुए अर्धनग्न प्रदर्शन किया, जहां गुरुवार को बलदेव के घड़ी सुक्खा सरायसालवान में चल रहे हैं धरने के दौरान नौं वें दिन किसान की तबीयत अचानक खराब हो गई, किसानों ने बताया कि करीब ढाई बजे धरने में बैठे गांव मगना के 70 वर्षीय किसान लक्ष्मण सिंह अचानक चक्कर खाकर जमीन पर गिर गये, किसानों ने चिकित्सा सहायता के लिये सीएचसी प्रभारी बलदेव को फोन किया जिसके बाद 108 एम्बुलेंस धरना स्थल पर पहुंच गई ।
किसानों का कहना है कि आन्दोलन को चलते हुए नौं दिन हो गये लेकिन जिला प्रशासन उनकी खैर खबर तक नहीं ले रहा है और ना हीं धरना स्थल पर किसी भी तरह की सुविधा ही उपलब्ध कराई गई है, किसानों ने प्रशासन को हठधर्मी करार देते अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया, ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि रामेंद्र सिंह ने कहा कि कृषि प्रधान देश में किसानों के प्रति सरकार की ऐसी सोच नहीं होनी चाहिए, नौ दिन से किसान धरने पर बैठे हैं, किसी जनप्रतिनिधि या सरकार के प्रतिनिधि ने आकर उनका हालचाल तक नहीं लिया है, यह किसानों के हौंसलों को तोड़ने की रणनीति है लेकिन हमारे हौंसले बुलंद हैं और हम मोर्चा पर डटे रहेंगे ।
उन्होंने कहा कि किसान पहले की तरह दिन रात धरना दे रहे हैं, किसानों की तबीयत खराब होने लगी है इसलिए किसान आकोशित हैं, इस दौरान देवेंद्र सिंह सरपंच, गिर्राज सिंह, नरेश कोयड, बच्चू सिंह फौजी, विजेंद्र सिंह फौजी, विजेंद्र सिंह फौजी, विजय सिंह, रणवीर सिंह, तेजवीर सिंह, विजेंद्र सिंह, मोहन सिंह, तारा सिंह, रामवीर सिंह आदि मौजूद थे, बुधवार को राष्ट्रीय लोकदल ने किसानों के इस आंदोलन को समर्थन का ऐलान किया था, रालोद जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह भरंगर ने धरना स्थल पर पहुंच कर किसानों की लड़ाई में रालोद के साथ होने का वचन देते हुए कहा कि हम किसानों के साथ हैं, किसानों के किसी भी आंदोलन को रालोद का समर्थन हमेशा रहता है, हमारी पार्टी की पहचान ही किसान मजदूर से हैं, किसान मजदूर रालोद के परिवार के सदस्य हैं, किसी भी किसान और मजदूर का दर्द हमारा दर्द है ।