गढ़ी भीमा में दो दशक बाद हुआ दंगल, प्रथा को किया जीवंत
गढ़ी भीमा में दो दशक बाद हुआ दंगल, प्रथा को किया जीवंत
-दंगल में छोटे बच्चों ने दाव पेंच दिखाकर किया रोमांचित, बालिकाओं ने भी लिया भाग
मथुरा । अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में पहले कुस्ती दंगल का आयोजन होता था लेकिन अब गांव में भी अत्याधुनिक समय के साथ धीरे-धीरे परंपराएं लुप्त होती जा रही है, अपनी परंपरा को गांव गढ़ी भीमा के लोगों ने दोबारा जीवंत किया है, शेरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी भीमा में लगभग 20 वर्ष पहले कुश्ती दंगल का आयोजन किया जाता था लेकिन इस बदलते समय में यह दंगल अपना अस्तित्व खोते जा रहे हैं, उसी को जीवंत करने के लिए गांव गढ़ी भीमा निवासी इंजीनियर विजय सिंह ने ग्रामीणों से साथ लगभग 20 वर्ष बाद छोटे व बड़े बच्चों की कुश्ती करवाई गई और प्रथा को जीवंत किया, कुश्ती में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाडि़यों को ग्रामीणों द्वारा सम्मानित किया गया ।
ग्रामीण धर्मपाल सिंह का कहना है कि यह एक अच्छी पहल है जो काफी वर्ष पहले बंद कर दी गई थी, अब छोटे बच्चों की कुश्ती प्रतियोगिता कराकर फिर से पुरानी प्रथा को जीवित किया है, इस तरह के आयोजन होते रहने चाहिए जिससे गांव का हुनर भी देखने को मिलता है, वहीं सुंदर पहलवान ने बताया कि इस आयोजन में लड़कों के साथ ही लड़कियों की भी प्रतियोगिता कराई गई, प्रतियोगिता में बालिकाओं ने बढचढकर हिस्सा लिया, विजेता खिलाडियों के साथ अन्य खिलाडियों को भी सम्मानित कर पुरस्कृत किया गया, विजय सिंह पाल के मुताबिक काफी वर्ष पहले यह प्रथा हमारे गांव में चल रही थी, जो किसी कारणवश बंद हो गई लेकिन आज प्रतियोगिता कर दोबारा से शुरू की गई है जिसमें ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया ।