किसान आंदोलन रहेगा जारी, अधिकारियों संग वार्ता हुई विफल
किसान आंदोलन रहेगा जारी, अधिकारियों संग वार्ता हुई विफल
-आगरा उत्तरी बाईपास पर कट की मांग को लेकर धरने दे रहे हैं किसान
मथुरा । आगरा उत्तरी बाईपास पर कट की मांग को लेकर एसडीएम महावन, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी, परियोजना निदेशक एनएचएएन व एनएचएएन अधिकारियों के साथ हुई किसानों की बैठक बेनतीजा रही, भारतीय किसान यूनियन टिकैत के प्रदेश प्रवक्ता गजेन्द्र परिहार ने कहा कि जिलाधिकारी के साथ वार्ता नहीं हुई है, आंदोलन को स्थगित नहीं किया गया है ।
भाकियू टिकैत के बैनरतले आगरा उत्तरी बाईपास सराय सालवाहन मंगना बलदेव पर कट एवं अन्य मांगों को लेकर के किसान आंदोलन करीब दो सप्ताह से चल रहा है, एक सितंबर को एनएचएएन के अधिकारियों के साथ किसानों की बैठक बेनतीजा रही, दो सितंबर को किसानों से बात करने आंदोलन स्थल पर एसडीएम महावन, सीओ महावन, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी, परियोजना निदेशक एनएचएएन, एनएचएएन के प्रोजेक्ट मैनेजर आशीष कुमार, कंसल्टेंट जेएस तोमर, थानाध्यक्ष बलदेव, चौकी प्रभारी बरौली किसानों को समझाने पहुंचे थे ।
किसानों के साथ चली तीन घंटे की वार्ता में एक बार फिर किसान व एनएचए के अधिकारियों के बीच मुद्दे पर सहमति नहीं बन सकी, एसडीएम महावन ने किसानों को विश्वास दिलाया कि जल्द ही संघर्ष समिति के पदाधिकारियों के साथ डीएम के साथ वार्ता का समय और तिथि सुनिश्चित कर अवगत करा दिया जायेगा, एनएचए परियोजना निदेशक ने किसानों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि उत्तरी बाईपास पर जल्द ही काट स्वीकृत हो जाएगा इसका प्रस्ताव शीर्ष अधिकारियों को भेज दिया गया है जिससे किसान आक्रोशित हो गये, एनएचएएन के अधिकारियों व एसडीएम महावन को बेरंग वापस लौटना पड़ा ।
किसानों ने अपने आंदोलन को अनवरत चलाने की बात कही है, भाकियू टिकैत मण्डल प्रवक्ता ललित शर्मा व संघर्ष समिति से कोमल सिंह, देवेंद्र सरपंच आदि ने स्पष्ट किया कि कोई ठोस कदम एनएचएएन की तरफ से किसानों की जायज मांगों को लेकर के नहीं उठाया जाता है आंदोलन जारी रहेगा, आगरा मंडल प्रमुख महासचिव जगदीश परिहार, मंडल प्रचार मंत्री गिर्राज परिहार, तहसील अध्यक्ष रामगोपाल तोमर, नेत्रपाल प्रधान, कोमल सिंह, देवेंद्र सरपंच ब्लॉक अध्यक्ष बलदेव नीरेश कोयण, तहसील अध्यक्ष महावन प्रमोद, शेखर वरिष्ठ, लालाराम, सत्यदेव चौधरी, ओमवीर सिंह परिहार, ओमवीर सिंह धर्मवीर परिहार, देवेश पाठक, गिर्राज नौहवर आदि मौजूद रहे ।