बांकेबिहारी कॉरिडोर : स्थानीय लोगों ने जताई आपत्ति, न्यायपालिका से गुहार
बांकेबिहारी कॉरिडोर : स्थानीय लोगों ने जताई आपत्ति, न्यायपालिका से गुहार
-प्रशासन द्वारा चिन्हित मकान दुकान के मालिकों द्वारा जताई जा रही है घोर आपत्ति
वृन्दावन (मथुरा) । प्रस्तावित ठा0 बांकेबिहारी मंदिर कॉरिडोर को लेकर लोगों के विरोध के स्वर भी सुनाई दे रहे हैं, खासकर वह लोग जिनके मकान और दुकान सर्वे की जद में आये हैं, वह इस प्रोजेक्ट को लेकर घोर आपत्ति जता रहे हैं, इन लोगों के कई आरोप हैं जिसमें प्रमुख आरोप यह लगाया जा रहा है कि उनके मकान व दुकान चिन्हित कर लिये गये हैं लेकिन उनके साथ किसी भी प्रशासनिक अधिकारियों ने बात तक करने की जहमत नहीं उठाई है ।
विद्यापीठ चौराहा गांधी मार्ग वृंदावन निवासी डा0 सत्यनारायण सिंह का कहना है कि भारत के मुख्य न्यायाधीश व हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा श्रीधाम वृंदावन में ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर का कॉरिडोर प्रस्तावित है, इसके अंतर्गत मेरे मकान का सरकार द्वारा कराये गये सर्वे के दौरान चिन्हांकन किया गया है, मेरे साथ अन्य सभी प्राचीन निवासियों के पूर्वज पिछले करीब 400 से 500 वर्ष से यहां रहते चले आ रहे हैं, वर्तमान में हम यहां रह रहे हैं ।
शासन प्रशासन द्वारा प्रस्तावित कॉरिडोर के संबंध में आज तक कोई भी चर्चा हम स्थानीय निवासियों के साथ नहीं की गई है, पूर्व में भी वृंदावन का विकास सडक के दोनों और 30-30 फुट मकानों और दुकानों को तोडा गया था, विकास के नाम पर 100 साल से भी अधिक पुराने मकान और दुकान तोड दिये गये थे, तमाम लोगों को बेरोजगार बना दिया गया था, इस तरह की आशंकाएं तैर रही हैं कि एक बार फिर बडी संख्या में लोगों को उजाडा जायेगा जो वर्षों से यहां रह रहे हैं, यहां 25 साल से विकास के नाम पर तोड़फोड़ हो रही है, अब वर्तमान सरकार ने विकास के नाम पर कोरिडोर की बात कही है, उन्होंने कहा है कि बांके बिहारी कॉरिडोर पर मेरी विशेष और आपत्ति और असहमति है, जनहित में इस प्रोजेक्ट को निरस्त किया जाये ।