प्राधिकरण ने दो अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त कर कराया मौजूदगी का एहसास
प्राधिकरण ने दो अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त कर कराया मौजूदगी का एहसास
-विकास प्राधिकरण ने सोमवार और मंगलवार को लगातार ध्वस्त की दो अवैध कॉलोनी
जिलाधिकारी के निर्देशन पर विप्रा की टीम ने की अवैध निर्माणों पर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही
-जमुनापार डहरूआ मार्ग स्थित संजय चतुर्वेदी के अलावा छाता में धर्मवीर सिंह की अवैध कॉलोनी की गई ध्वस्त
-जनपदभर में नही थम रहा अवैध कॉलोनियों के निर्माण का सिलसिला, गाहेबगाहे होती कार्यवाही
मथुरा । जनपद में लम्बे समय से रियल एस्टेट कारोबारियों द्वारा सरकारी नियम क़ानूनों को ताकपर रखकर अवैध कॉलोनियों के निर्माण का सिलसिला बदस्तूर जारी बना हुआ है जिस पर आवास एवं शहरी नियोजन विभाग उत्तर प्रदेश शासन के अधीन कार्यरत मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा सघन कार्यवाही नही किये जाने से ऐसे अवैध निर्माणों पर अंकुश नहीं लगने से प्राधिकरण पर सवाल भी उठते रहे हैं, हालांकि मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण कभी कभार किसी अवैध निर्माण पर कार्यवाही को अंजाम देकर प्राधिकरण के होने का एहसास भी कराता रहता है, इसी श्रृंखला में मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण ने सोमवार और रविवार को दो दिन लगातार दो अवैध कॉलोनी पर कार्यवाही करते हुए एक बार फिर कॉलोनाइजरों को खुद के होने का एहसास करा दिया है ।
जनपदभर में लगातार सैंकड़ों की संख्या में विकसित हो अवैध कॉलोनियों की बजह से जहां एक ओर शहर की सौंदर्यीकरण प्रभावित हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर शासन के निर्देश पर अवैध कॉलोनियों पर कानूनी कार्यवाही की तलवार हमेशा लटकी रहती है जिसका खामियाजा आम जन को ही भुगतना पड़ता है और इन अवैध कॉलोनियों के विकासकर्ता अपने घर का सपना दिखाकर धन की उगाही कर रफूचक्कर हो जाते हैं, मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा ऐसे अवैध निर्माणों पर अंकुश नही लगाने से जहां शासन के निर्देशों की अवहेलना की जाती है तो वहीं जनता के साथ कॉलोनाइजरों द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी में शामिल होने के आरोप की चर्चा बटोरते रहे हैं, इसी श्रृंखला में गत दो दिनों में यमुनापार और छाता क्षेत्र में जिलाधिकारी के निर्देश पर मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा दो अवैध कॉलोनियों पर कार्यवाही करते हुए खुद के होने का एहसास करा दिया गया जिससे अवैध निर्माणकर्ताओं में खलबली मच गई है ।
मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण की टीम ने जिलाधिकारी द्वारा नामित मजिस्ट्रेट नरेन्द्र माधव की मौजूदगी में शहर के जमुनापार क्षेत्र में अवैध रूप से विकसित की जा रही एक कॉलोनी पर सोमवार को ध्वस्तीकरण की बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया, करीबन साढ़े आठ बीघा जमीन में बन रही इस अनधिकृत कॉलोनी का निर्माण संजय चतुर्वेदी द्वारा कराया जा रहा था, विप्रा द्वारा तमाम बार नोटिस दिये जाने के बावजूद निर्माण कार्य किया जा रहा था, विभागीय वाद प्राधिकरण बनाम संजय चतुर्वेदी में 26 जुलाई को जारी आदेश के क्रम में मां चन्द्रावली कोल्ड स्टोर से पहले डहरूआ रोड़ जमुनापार में साढ़े आठ बीघा में निर्माणाधीन अनाधिकृत कॉलौनी के आफिस, गेट, गार्ड रूम इन्टरलाकिग सडक, अर्ध निर्मित भवनो की चारदीवारी आदि को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया, इस दौरान विप्रा सहायक अभियन्ता सुमित कुमार प्रथम, अवर अभियन्ता बदन सिंह, अवर अभियंता अशोक चौधरी, अवर अभियंता अनिरूद्ध यादव सहित थाना प्रभारी जमुनापार मय पुलिस बल मौजूद रहे ।
वहीं इसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण की टीम ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर छाता मौजा आझई के समीप करीबन तीन एकड़ भूमि में बिना मानचित्र स्वीकृत कराये प्लाटिंग का कार्य मौके पर चलता देख जेसीबी से ध्वस्तीकरण की कार्यवाही को अंजाम देकर कॉलोनाइजरों को प्राधिकरण की सक्रियता का एहसास दिलाया गया, यह अवैध कॉलोनी धर्मवीर सिंह द्वारा विकसित की जा रही थी, नोटिस के बाबजूद कार्य जारी रहने पर विशेष कार्य अधिकारी प्रसून द्विवेदी द्वारा 31 जुलाई को इस अवैध निर्माण के विरुद्ध ध्वस्तीकरण आदेश पारित किये गये थे जिसका क्रियान्वयन बुधवार यानी करीबन 50 दिन के पश्चात 20 सितम्बर को थाना जैत पुलिस के साथ ही उपजिलाधिकारी छाता नरेंद्र यादव, प्राधिकरण अभियंता सर्वेश कुमार, दिनेश कुमार आदि ने कॉलोनी में बने हुए कमरे, सड़क, बाउंडरीवाल को जेसीबी से ध्वस्त करा दिया गया, हालांकि जनपद में इस तरह की अवैध कॉलोनियों के निर्माण की गति थमने का नाम नही ले रही हैं, वहीं बताया जा रहा है कि अवैध निर्माणों की सूचना के बावजूद भी विप्रा द्वारा कार्यवाही नही किये जाने से प्राधिकरण की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं ।