किसान आन्दोलन को राष्ट्रीय लोकदल का मिला समर्थन, राजनीति हुई शुरू
किसान आन्दोलन को राष्ट्रीय लोकदल का मिला समर्थन, राजनीति हुई शुरू
-किसान संगठनों ने 27 सितंबर को राजीव भवन पर प्रदर्शन का किया है ऐलान
मथुरा । किसान संगठनों को राष्ट्रीय लोकदल ने भी समर्थन देकर आन्दोलन में सहभागिता का आगाज़ कर दिया है, सीडीओ के साथ बुधवार को हुए किसान संगठनों के विवाद में अब राजनीतिक दल भी शामिल हो गये हैं, इससे पहले सपा और समता फाउंडेशन भी किसान संगठनों के पक्ष में ज्ञापन सौंप चुके हैं, राजनीतिक दलों के सक्रिय होने से किसान आंदोलन अब उग्र रूप लेता हुआ नजर आ रहा है ।
रालोद जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह भरंगर ने बताया कि किसान दिवस के दिन जनपदभर के किसान अपनी समस्याओं को लेकर वेटनरी कॉलेज में हर महीने की भांति पहुंचे और काफी समय इंतजार करने के बाद भी किसी भी उच्च अधिकारी के नहीं पहुंचने पर किसानों द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए अपना विरोध जताया गया था, विरोध की खबर सुनकर वहां पहुंचे मुख्य विकास अधिकारी ने किसानों के साथ अभद्रता करते हुए किसानों को क्रिमनल और आपराधिक गतिविधियों में लिप्त बताते हुए किसानों का अपमान किया ।
उन्होंने कहा कि इस कृत्य को लेकर किसानों की भावनाएं आहत हुई हैं और किसान नाराज हैं, मुख्य विकास अधिकारी जब से मथुरा में तैनात हुए हैं तभी से किसी भी किसान दिवस में समय से नहीं पहुंचे तथा इनकी मानसिकता किसानों के प्रति सही नहीं है, मथुरा जनपद के किसान इनके व्यवहार से तंग आ चुके हैं और किसान चाहते हैं कि इन्हें तत्काल प्रभाव से हटाकर उनके ऊपर उच्चस्तरीय कार्यवाही की जाये, ऐसे अधिकारी सरकार की छवि खराब कर रहे हैं, चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा किसानों से इस कृत्य के लिए खेद व्यक्त नहीं किया गया तो राष्ट्रीय लोकदल इस घटना में सभी किसानों व किसान संघटनों के साथ खड़ा है और राष्ट्रीय लोकदल आंदोलन करने को मजबूर होगा ।