कमिश्नर की सख्ती के बाद सक्रिय हुआ विकास प्राधिकरण, चार दुकान ध्वस्त
कमिश्नर की सख्ती के बाद सक्रिय हुआ विकास प्राधिकरण, चार दुकान ध्वस्त
-मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण ने अडींग में चार दुकानों पर चलाया बुलडोजर
-सोमवार को जिलाधिकारी के आदेश पर विप्रा द्वारा अवैध निर्माण पर की गई कार्यवाही
-गोवर्धन क्षेत्र के गांव अडींग के पास की अवैध रूप से निर्मित दुकानों को किया गया ध्वस्त
-तहसीलदार मीनू सिंह की मौजूदगी में विप्रा की टीम द्वारा कार्यवाही को दिया गया अंजाम
मथुरा । गत दिनों मण्डलायुक्त ऋतु माहेश्वरी द्वारा विकास प्राधिकरण मथुरा वृन्दावन पर कड़ाई के साथ जबावतलबी किये जाने के बाद विप्रा की टीम ने जनपद में अवैध निर्माणों पर कार्यवाही का सिलसिला शुरू कर दिया है, इसी क्रम में सोमवार को गोवर्धन क्षेत्र के ग्राम अड़ींग में बिना मानचित्र स्वीकृत कराये गये अलग-अलग स्थानों पर बननिर्माणाधीन चार दुकानों को विप्रा के बुलडोजर द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्यवाही को अंजाम देकर खुद की जबावतलबी की कार्यवाही से बचने का प्रयास शुरू कर दिया है, गांव अडींग बाईपास पर इन दुकानों का निर्माण विप्रा से बिना मानचित्र स्वीकृत कराये किया गया था ।
मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा इन अवैध रूप से निर्माण की गई दुकानों के संबंध में इसी वर्ष की 17 जनवरी को ध्वस्तीकरण आदेश जारी किया गया था, सोमवार को जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह के निर्देश पर तहसीलदार मीनू सिंह की मौजूदगी में विकास प्राधिकरण के अवर अभियंता अनिल कुमार, अवर अभियंता अनिरुद्ध यादव, अवर अभियंता सर्वेश गुप्ता एवं अवर अभियंता दिनेश कुमार द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्यवाही को अंजाम दिया गया है, विप्रा की इस कार्यवाही से अवैध निर्माण करने वाले लोगों में हड़कम्प मचा हुआ है, विप्रा परिक्षेत्र अंतर्गत शहर मथुरा व वृन्दावन क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों की बाढ़ से आई हुई है जिनपर विप्रा द्वारा कार्यवाही नहीं होने से विकास प्राधिकरण पर सवाल भी उठ रहे हैं, वहीं विप्रा द्वारा स्वीकृत कॉलोनियों एवं अन्य निर्माणों में अनियमितताओं की शिकायतों के बावजूद विप्रा आलाधिकारियों द्वारा कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिससे प्राधिकरण की कार्यशैली पर सवाल उठते रहते हैं ।
वहीं दूसरी ओर दुकान स्वामी मनीष पंडित एवं भोला पंडित ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण से नक्शा पास कराने को लेकर वह करीबन पिछले एक साल से लगातार चक्कर काट रहे हैं, उसके बावजूद भी अभी तक नक्शा पास नहीं किया गया है, विप्रा ने कार्यवाही करने से पहले दुकानों से सामान हटाने का भी समय नहीं दिया जिससे दुकान स्वामी का लाखों रुपये से भी अधिक नुकसान हो गया है, मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण के सचिव राजेश कुमार और ओएसडी प्रसून द्विवेदी का कहना है कि विप्रा द्वारा अवैध निर्माणें के विरूद्व ध्वस्तीकरण निरंतर जारी रहेगा, बिना नक्शा पास कराये निर्माण नही करें, ऐसा होते हुए पाया जाता है तो कार्यवाही अमल में लाई जायेगी ।