प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार हो रहे थे बछगांव के किसान, हुए आक्रोशित
प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार हो रहे थे बछगांव के किसान, हुए आक्रोशित
-खेतों में जलभराव की समस्या के समाधान को टावर पर चढ़ने को किसान हुए विवश
मथुरा। गुरुवार को सौंख क्षेत्र के बछगांव में किसानों द्वारा मोबाइल टावर पर चढ़ जाने की घटना आकस्मिक नहीं है, किसान काफी समय से इस समस्या से त्रस्त हैं, क्षेत्र से गुजरने वाली बछगांव माइनर व बछगांव रजवाह की टेल गांव के समीप ही समाप्त होती है, इस कारण जब भी ज्यादा बारिश होती है या माइनर व रजवाहा में ज्यादा पानी आता है तो यह टेल पर ओवरफ्लो हो जाता है जिससे टेल के आसपास खेतों में पानी भर जाता है, रजवाहा के आसपास के खेतों के किसान पूरे वर्ष जलभराव की समस्या से जूझते रहते हैं ।
किसानों के मुताबिक पिछले दशक से यह समस्या नासूर बन गई है, गत 14 सितंबर को बछगांव के किसानों ने तहसील गोवर्धन में धरना प्रदर्शन भी किया था, प्रशासनिक अधिकारियों ने समस्या के जल्द समाधान को आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ, इससे किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहे थे, इस बारे में रालोद के ब्लॉक अध्यक्ष योगेश कुंतल ने बताया कि पीड़ित किसानों के खेत पिछले तीन साल से जलभराव के चलते बंजर बने हुए हैं, तीन साल से खेतों में अन्न का दाना तक नहीं उगा है ।
पूर्व प्रधान प्रतिनिधि बलजीत सिंह का कहना है कि जलभराव की समस्या के चलते गांव के किसान आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, जब तक जल निकासी की कार्य योजना नहीं बनाई जायेगी तब तक किसान इस समस्या से ग्रस्त रहेंगे, डा0 राजवीर सिंह ने बताया कि किसान काफी समय से प्रशासन से समस्या के समाधान की मांग कर रहे थे, जब प्रशासन ने अनसुनी कर दी तो किसानों ने हार थककर यह कदम उठाया, सहकारी संघ बछगांव के पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों की समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर होना चाहिए, सुनिया पहलवान, जवाहर सिंह,गुड्डा, फत्ते सिंह, श्यामू, रवि, भोला, राजू आदि ने भी शीघ्र समाधान की मांग की है ।