बरसाना में हुआ दंगल का आयोजन, बराबरी पर छूटी आखिरी कुश्ती
बरसाना में हुआ दंगल का आयोजन, बराबरी पर छूटी आखिरी कुश्ती
-राधारानी की छठी के अवसर पर हुआ कुश्ती की प्रतियोगिता का आयोजन
-कुश्ती में बेटियों ने भी दिखाया अपना कौशल, बेटियों की कुश्ती देख दर्शक हुए अचंभित
बरसाना (मथुरा) । श्री राधारानी की छठी उत्सव के अवसर पर दंगल का आयोजन हुआ, बाबा वृषभानु ब्रज के राजा थे और उनके यहां एक दिव्य कन्या उत्पन्न हुई जिसका नाम राधा था, बाबा वृषभानु ने उस दिव्य कन्या का बडा भारी उत्सव मनाया और जन्म के ही दिन छठी पूजन के आयोजन पर विशाल कुश्ती प्रतियोगिता की घोषणा कर दी थी, अनादिकाल से मल्लयुद्ध प्रसिद्ध रहा है, उस समय मल्लयुद्ध सबसे बडा आयोजन माना जाता था, तमाम राजाओं के मल्ल इस प्रतियोगिता में भाग लेते थे, इनाम की घोषणा भी होती थी, वहीं परंपरा आज भी बाबा वृषभानु की बरसाना नगरी में देखने को मिलती है ।
गुरुवार को मटकी फोर लीला के बाद बरसाना में विशाल दंगल का आयोजन हुआ, बडी संख्या में मटकी लीला देखने के बाद लोग दंगल देखने को लालायित होकर दंगल की ओर चल देते है, महिला पहलवान पुरुष पहलवान से कुश्ती लड़ी, मुकावला बडा रोमांचक रहा, इस दंगल में राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पहलवान के भाग लेते हैं, दंगल की व्यवस्था बरसाना समाज के लोगों व बरसना नगर पंचायत के माध्यम से की जाती हैं, दंगल को देखने को उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य हरियाणा और राजस्थान से दर्शक बड़ी संख्या में दिखाई देते हैं ।
इस विशाल दंगल में सैकडों कुश्ती 500 रुपये से लेकर 31 हजार रुपये तक की होती है, लोगों का इन कुश्तियां को देख मनोरंजन और उत्साह पल पल बढ़ता है लेकिन जैसे ही 50 हजार से ऊपर कुश्तियां होने लगती है तो दर्शक अपनी सांसे थामकर बैठ जाते हैं, अंतिम कुश्ती का नजारा देखने के लिए लोग पुरा ध्यान लगा देते है, इस बार अन्तिम कुश्ती विक्रम पहलवान जानू वाले और चन्दू गोवर्धन वाले के बीच बडी रोमांचक व काटे की हुई, अंतिम कुश्ती बराबरी पर छूटी, लम्बे समय तक चली कुश्ती में दोनों पहलवानों का मुकाबला बराबर रहा जिसमें दोनों पहलवानों को सम्मान के तौर पर 30-30 हजार रुपये की धनराशि दी गई जबकि फाइनल कुश्ती एक लाख 61 हजार रुपये और चांदी के बुर्ज की रखी गई थी ।