मथुरा में फिर हुआ हाईवे किनारे देह व्यापार का पर्दाफाश, चार दबोचे
मथुरा में फिर हुआ हाईवे किनारे देह व्यापार का पर्दाफाश, चार दबोचे
-राज्य बाल आयोग की टीम ने कोसीकलां क्षेत्र में की छापेमारी, दो बालिका कराई मुक्त
-बाल आयोग ने पहले भी बनाई थी छापेमारी की योजना, लीक होने की बजह से टल गया था ऑपरेशन
-राज्य बाल आयोग की कार्यवाही से हुआ बड़ा खुलासा, इलाका पुलिस पर लग रहा सवालिया निशान
मथुरा । गुरुवार को कान्हा की नगरी में बड़े ही घिनौनी हरकत का खुलासा हुआ है, कोसीकलां क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित संचालित ढाबों पर बालिकाओं को बन्धक बनाकर दुष्कर्म कर वैश्यावृत्ति कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है, क्षेत्र में गिरोह के चार सदस्यों को हंसराज ढाबा के सामने सतवीर के होटल से गिरफ्तार किया गया है, अभियान के तहत मौके से तलाश की जा रही पीड़िता व अन्य पीडिता बालिका को सतवीर के होटल से बरामद किया गया है, उत्तर प्रदेश राज्य बाल आयोग की टीमों की पहली बार में इस सफलता ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लगा दिये हैं ।
घटनाक्रम के अनुसार उत्तर प्रदेश राज्य बाल आयोग की निगरानी में मिशन मुक्ति फाउंडेशन की टीम ने हाईवे किनारे कोटवन बॉर्डर के समीप ढाबे पर छापामार कार्यवाही की, टीम को एक के बाद एक बड़ी सफलता मिली, एक बालिका की तलाश करने पहुंची टीम को यह लडकियां मिली हैं जिन्हें बरामद किया गया है, राज्य बाल आयोग के निर्देश पर जिले में काम कर रही मिशन मुक्ति फाउंडेशन की टीमों ने दो बालिकाओं को मुक्त कराया है, उनसे जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था, इससे पहले हाईवे किनारे स्थित इन ढाबों पर बाल अधिकार संरक्षण से जुड़ी इन टीमों की कार्यवाही किये जाने की सूचना लीक हो गई थी, ढाबा संचालकों ने लडकियों को वहां से हटा दिया था जिसके चलते टीम को कार्यवाही टालनी पडी, टीमों ने दोबारा रेकी कर सूचना को पुख्ता कर अचानक कार्यवाही की, इस बड़ी कार्यवाही और सफलता से खलबली मच गई है ।
क्षेत्राधिकारी छाता के मुताबिक गौरव कुमार त्रिपाठी के मुताबिक सतवीर पुत्र बुद्धी निवासी बरसाना रोड कस्बा व थाना छाता, कमल पुत्र फतेहराम निवासी कोटवन थाना कोसीकलां, दुर्गा बाबू पुत्र रामचन्द्र शाह निवासी गांव ब्रम्हपुरा घोघाडीह थाना फुलपराश जिला मधुबनी बिहार तथा धर्मेन्द्र पुत्र कुन्दन निवासी करमन थाना होडल जिला पलवल हरियाणा को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया है, इस छापेमारी के दौरान दो मोबाइल फोन, 14,000 रुपये नकद व बडी मात्रा में कंडोम के पैकेट, मैनफोर्स टैबलेट आदि बरामद हुई हैं, उत्तर प्रदेश राज्य बाल आयोग की टीमें समाचार लिखे जाने तक कार्यवाही में जुटी हुई थीं ।
झारखंड से एक 15 वर्षीय किशोरी को कुछ लोग काम के बहाने दिल्ली ले आये थे जिसके बाद से बालिका गायब थी, किसी तरह से उसने बैंगलोर में रह रही बहन से संपर्क कर आपबीती बताई, हालात को समझते हुए वह उसे खोजते हुए दिल्ली पहुंची और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी संस्कार आश्रम दिल्ली से संपर्क कर शिकायत रूप सुदेश विमल को दी, उन्होंने लडकी द्वारा बहन को बताये चिन्हों के आधार पर यूपी बॉर्डर के होटल या ढाबों पर बालिका के होने का शक जताया, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्य रूप सुदेश विमल के मुताबिक, उन्होंने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग एवं उत्तर प्रदेश राज्य बाल आयोग को इस बाबत सूचना देकर रैकी के लिए मिशन मुक्ति फाउंडेशन को जिम्मेदारी सौंपी, टीम ने वहां पहुंचकर इसकी योजना बनाई और यहां टीम के सदस्यों ने पिछले एक सप्ताह तक इन ढाबों पर ग्राहक बनकर रेकी की ।
जब टीम के सदस्य इस किशोरी से मिले और उसके उसी होटल पर होने की सूचना सुनिश्चित हुई तो उन्होंने छाता सीओ से मुलाकात कर सीधे कार्यवाही की बात कही, मामले की निगरानी और कार्यवाही में जुटी टीम के सदस्यों के अनुसार सूचना के साथ ही सीओ छाता गौरव त्रिपाठी को साथ लेकर कोटवन स्थित चौधरी ढाबा पर छापेमारी कर वहां से किशोरी सहित दो नाबालिग लड़कियों को बरामद किया जबकि तीन लोगों को दबोचा है, वहीं दूसरी कार्यवाही छाता में की, वहां से टीम ने एक नाबालिग सहित दो लड़कियों को बरामद कर चार लोगों को पकडे जाने की सूचना है, मिशन मुक्ति फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र सिंह एवं अमित कुमार ने बताया कि अभी कार्यवाही चल रही है और कुछ लोग फरार हैं ।