जन्मदिन की खुशियों पर वज्रपात, दिल्ली के परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
जन्मदिन की खुशियों पर हुआ वज्रपात, दिल्ली के परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
-दिल्ली नजफगढ़ निवासी सात वर्षीय पुत्र का जन्मदिन मनाने वृन्दावन आये थे परिजन
-वृन्दावन के विहार घाट पर यमुना स्नान को बाबा के साथ गया था सात वर्षीय देव त्रिपाठी
मथुरा । दिल्ली के नजफगढ़ निवासी परिवार बच्चे का जन्मदिन मनाने के लिए वृंदावन आया हुआ था, परिवार में खुशी का माहौल था लेकिन शनिवार को परिवार की खुशियां मामत में बदल गईं, परिवार में चीख पुकार मीच है, दरअसल दिल्ली के आशीष त्रिपाठी अपने परिवार के साथ सात वर्षीय पुत्र देव त्रिपाठी का जन्मदिन मनाने के लिए वृंदावन पहुंचे थे, शुक्रवार को वृंदावन आ गये थे, शनिवार को शरद पूर्णिमा का पर्व था, पूरा परिवार खुश था लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनकी खुशियों पर वज्रपात हो जायेगा ।
दिल्ली के नजफगढ़ निवासी आशीष त्रिपाठी सात वर्षीय पुत्र देव त्रिपाठी को लेकर सुबह बाबा महेंद्र नाथ त्रिपाठी के साथ संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन करने के लिए केली कुंज स्थित आश्रम पहुंचे, यहां दर्शन करने के बाद बाबा महेन्द्रनाथ नाती को लेकर यमुना स्नान के लिए निकल गये, वह विराह घाट पहुंचे और यमुना में स्नान के लिए उतर गये, महेन्द्र नाथ के साथ उनका सात वर्षीय नाती देव भी था, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बाबा और नाती यमुना के पानी में उतरते ही किसी गड्ढे में फंसकर डूबने लगे, उनकी चीख सुनकर जब तक लोग बचाने आते तब तक दोनों गहरे पानी में समां गये ।
वहां मौजूद स्थानीय गोताखोरों ने पुलिस को सूचना देकर तलाश शुरू कर दी लेकिन कई घंटो की मशक्कत के बाद भी बाबा और नाती का कोई पता नहीं लग सका है, यकायक घटित हुई इस दुखद हादसे से पूरे परिवार का रो रोकर बुरा हाल है, दोनों को डूबता देख आसपास मौजूद गोताखोरों ने यमुना में छलांग लगा दी और दोनों को खोजने का प्रयास किया लेकिन गोताखोर तलाश में असफल रहें, इस बीच पुलिस को भी सूचना दी गई थी, कुछ ही देर में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से दोनों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था, खबर लिखे जाने तक पुलिस और गोताखोर बाबा और नाती को तलाशने में जुटे हुए थे ।