
एमवीडीए : अवैध निर्माणों पर की जा रही है स्वेच्छा पूर्ण कार्यवाही
एमवीडीए : अवैध निर्माणों पर की जा रही है स्वेच्छा पूर्ण कार्यवाही
-एमवीडीए द्वारा अच्छे और बुरे अवैध निर्माणों को दो श्रेणी में किया गया है विभाजन
-वृंदावन के प्रतिबंधित यमुना खादर क्षेत्र में बेखौफ विकसित की जा रहीं दर्जनभर नई कॉलोनियाँ
मथुरा । कान्हा नगरी में अवैध निर्माणों की बाढ़ है, ऐसे में मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के लिए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करना संभव नहीं हो रहा है, बेखौफ और बेहिसाब हो रहे मानक विहीन निर्माणों को रोकने के लिए नगर निगम सुविधानुसार चुनिंदा कार्यवाही कर रहा है। जिससे यह संदेश भी जा रहा है कि निगम की ओर से लगातार कार्यवाही हो रही है और दूसरी ओर माफिया अपने मंसूबों में कामयाब भी हो रहे हैं।
मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण ने एक तरह से अच्छे अवैध निर्माण और बुरे अवैध निर्माण की श्रेणी में स्वच्छानुरूप निर्माण को कार्यवाही के लिए विभाजित कर लिया है, अच्छे अवैध निर्माणों को अभयदान है जबकि बुरे अवैध निर्माणों पर कार्यवाही कर खौफ पैदा किया जा रहा है, जिससे बाकी लोग सबक ले सकें। वृंदावन के यमुना खादर में धड़ल्ले से अवैध निर्माण चालू है लेकिन मजाल है कि एमवीडीए इन अवैध निर्माणों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई कर सके। वाराह घाट से सौभरि वन तक यमुना किनारे खादर में अवैध निर्माण चालू है कोई भी रोक टोक नही होने के कारण भू माफियाओं के हौसले बुलंद हो रहे हैं ।
वहीं यमुना खादर में बस रहीं नई बस्तियों की ओर जिम्मेदार अधिकारियों का कोई भी ध्यान नहीं है। नई बस्तियां बसाने वालों को जो बंदोबस्त करने होते हैं वह उन्होंने किये और जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी पूर्ण कर चुप बैठ गये। इस समय वृंदावन में करीब एक दर्जन से भी अधिक यमुना किनारे कॉलोनी बसी हुई है। जिसमें मुख्यरूप से पानी घाट कॉलोनी, कालिंदी विहार कॉलोनी, बिहार घाट के सामने वसी कॉलोनी, पानीघाट के आसपास ऐसी अन्य कई कॉलोनी यमुना किनारे बसी हुई है। उसके बावजूद भी वृंदावन परिक्रमा मार्ग के बारह घाट से लेकर सौभरि वन तक यमुना किनारे खादर में खुले आम बिना रोक टोक के अवैध निर्माण किए जा रहे हैं।
साथ ही गौरतलब हो कि पूर्व में शासन प्रशासन की ओर से वृन्दावन के यमुना खादर क्षेत्र में अवैध रूप से विकसित कॉलोनी को तोड़ने और वहां रह रहे लोगों को हटाने का कार्य किया गया था जिसके बाद शासन प्रशासन के खिलाफ पुरजोर विरोध प्रदर्शन किया गया था, यमुना किनारे बसी कॉलोनी के कारण जब कभी यमुना में अधिक पानी आ जाता है तो यह कालोनियां जलमग्न हो जाती हैं जिससे शासन प्रशासन की भी जिम्मेदारियां बढ़ जाती है। बीते साल भी कान्हा की नगरी श्री धाम वृंदावन में ऐसी कई कॉलोनियां जलमग्न हो गई थी, इस संबंध में जब मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के जेई दिनेश गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि खादर में अवैध निर्माण करना मना है अगर फिर भी कोई कर रहा है तो अवैध निर्माण ध्वस्त करने की कार्यवाही की जाएगी।
@मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण का यहाँ चला बुल्डोजर
प्राधिकरण बनाम राहुल अग्रवाल द्वारा मैथोडिस्ट चर्च जयसिंहपुरा मथुरा ,थाना गोविंद नगर में बिना स्वीकृति बनाई गई अवैध कॉलोनी को बिरला मंदिर पुलिस चौकी गोविंद नगर थाना के सहयोग से ध्वस्त किया गया है, इसको पूर्व में भी 26 जून 2024 एवं एक जनवरी 2025 को ध्वस्त किया जा चुका है, निर्माणकर्ता राहुल अग्रवाल द्वारा दो बार तोड़ने के बाद भी कॉलोनी का पुनः निर्माण कर लिया गया जिसको मंगलवार 20 मई 2025 को तीसरी बार पुलिस बल के सहयोग से पुनः तोड़ा गया है, ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में सहायक अभियंता अशोक चौधरी, अवर अभियंता दिनेश कुमार, प्राधिकरण का अन्य स्टाफ तथा बिरला चौकी पुलिस इंचार्ज हरिओम त्यागी, सुभाष चंद्र,नरेंद्र सिंह तथा अन्य पुलिस बल उपस्थित रहे, प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह तथा सचिव अरविंद कुमार द्विवेदी के आदेश के क्रम में अवैध कॉलोनी, अबैध निर्माण के विरुद्ध कार्रवाई जारी रहेगी ।