
चुनिंदा नेता व कुछ किसान संगठनों के नेताओं तक सिमटा किसान दिवस
चुनिंदा नेता व कुछ किसान संगठनों के नेताओं तक सिमटा किसान दिवस
मथुरा । किसान दिवस से सामान्य किसान का कोई सरोकार नहीं है। सभी किसान दिवसों में चुनिंदा चेहरा ही नजर आते हैं। कुछ नेता टाइप किसान और कुछ किसान संगठनों के नेता, अधिकारी भी खानापूर्ति कर निकल लेते हैं, किसान दिवस जैसे आयोजन की जमीनी हकीकत इसी से पता चलती है कि मई माह के किसान दिवस में मात्र 11 शिकायत आईं वह भी मौखिक, इससे इस तरह की सरकारी कवाद पर ही सवाल खडे होते हैं, मथुरा कृषि प्रधान जनपद है। यहां साल 2024 में 2.67 लाख किसानों ने केसीसी लोन लिया था ।
कृषि विज्ञान केन्द्र में मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया जिसमें जनपद के विभिन्न ब्लॉक के किसानों एवं किसान संगठनों ने भाग लिया, किसान दिवस में लगभग 50 से 60 कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया एवं प्राप्त शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण व लंबित शिकायतों को संबंधित विभाग को भेज दिया गया तथा गुणवत्तापूर्वक समाधान के निर्देश दिए गए, किसान दिवस में कुल 11 मौखिक शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें प्रमुख शिकायत विद्युत विभाग, सिंचाई विभाग, राजस्व विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन से सम्बन्धित रहीं।
किसान दिवस में भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के मण्डल अध्यक्ष राजकुमार तौमर द्वारा भी अपने सुझाव अधिकारियों के सामने रखे गय, सीडीओ मनीष मीना द्वारा संबंधित अधिकारियों को किसान दिवस में प्राप्त समस्याओं के निस्तारण के आवश्यक निर्देश दिए गए, किसान दिवस में एडीएम (प्रशासन), अधिशासी अभियंता विद्युत, जिला कृषि अधिकारी, गन्ना पर्यवेक्षक, सहकारी निबंधक सहाकारी समितियां, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, एपीओ गन्ना विभाग, प्रतिनिधि अधिशाषी अभियन्ता अपर आगरा कैनाल, अवर अभियन्ता लघु सिंचाई, अवर अभियन्ता लोक निर्माण विभाग, एसडीओ निचली मांट खण्ड सिंचाई, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई विभाग, स्वास्थ शिक्षा अधिकारी आदि उपस्थित रहे ।