
कांग्रेस ने लगाया प्रशासन पर कार्रवाई नही करने का आरोप
कांग्रेस ने लगाया प्रशासन पर कार्रवाई नही करने का आरोप
मथुरा। कांग्रेस ने जिला प्रशासन पर मनरेगा घोटाले के दोषियों को बचाने का आरोप लगाया है, पूर्व जिलाध्यक्ष भगवान सिंह वर्मा ने ग्रामीणों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर दोषियों पर कार्यवाही किए जाने की मांग की और इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा, उन्होंने मांग की है कि प्रशासन की ही जांच में बलदेव ब्लॉक की ग्राम पंचायत जटौरा में मनरेगा के ऑडिट में 18 लाख का भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। यह मजदूरों की मेहनत का मजाक है। जो पैसा मजदूरों की जेब में जाना चाहिए था, जिस पैसे से मजदूरों के घर का चूल्हा जलता वह पैसा भ्रष्टाचारियों के बीच बंट गया।
कांग्रेस के कॉर्डिनेटर एवं अलीगढ़ जनपद प्रभारी एडवोकेट भगवान सिंह वर्मा के नेतृत्व में पहुंचे ग्रामीणों ने दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग की। मनरेगा में गांव के ही मजदूरों को मजदूरी दिए जाने का प्रावधान होता है गांव के ही जो ग्रामीण बेरोजगार हैं उनके नाम मनरेगा योजना में दिखाए गए हैं और उन्हें मजदूर दिखाते हुए गांव में मेड़बंदी से लेकर के खेल मैदान निर्माण और कच्ची नाली खुदवाने मेड़बंदी तथा मनरेगा के अंतर्गत आने वाले अन्य काम दिखाए गए हैं। ग्रामीणों को जब प्रधान के द्वारा किए गए इस घोटाले की जानकारी हुई तो उन्होंने इस पर विरोध किया और शपथ पत्र देते हुए जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह से शिकायत की गई।
जिलाधिकारी के निर्देश पर सीडीओ मनीष मीणा ने पूरे मामले की जांच कराई यह जांच समिति में खंड विकास अधिकारी बलदेव सहायक विकास अधिकारी पंचायत बलदेव और सहायक विकास अधिकारी कृषि बलदेव को नामित किया गया। तीनों अधिकारियों के द्वारा अपनी जांच रिपोर्ट सीडीओ को सौंप दी गई। जिसमें उनके द्वारा ग्राम प्रधान पंचायत सचिव और रोजगार सेवक आदि के द्वारा मनरेगा के मामले में भ्रष्टाचार हुआ पाया गया। पूरा भ्रष्टाचार करीब 18 लाख 19 हजार 783 रुपए का है। ज्ञापन देने वालों में नरेंद्र रावत गिरीश कुमार शर्मा पवन कुमार शर्मा देव स्वरूप शर्मा सतीश कुमार तेज सिंह मालती देवी हरपाल माला देवी लखन सिंह प्रतीक तेहरिया प्रहलाद पवन कुमार ओझा राजेश चतुर्वेदी कंचन कुमारी एवं घसू आदि कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।