
डाकघर में भ्रष्टाचार का मुद्दा, भाकियू चढूनी ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
डाकघर में भ्रष्टाचार का मुद्दा, भाकियू चढूनी ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
मथुरा। जिले के मुख्य डाकघर में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भारतीय किसान यूनियन चढूनी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने एकत्रित होकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन दिया। साथ ही जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही डाकघर की व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो 10 जून से यूनियन के कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने का बाध्य होंगे।
ज्ञापन में कहा है कि डाकघर के कुछ अधिकारी एवं कर्मचारी उपभोक्ताओं के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रहे हैं। आधार कार्ड बनवाने के लिए टोकन देने के लिए 200 से 500 रुपये ले रहे हैं। जो नहीं देता है कि उसको लाइन में लम्बा इंतजार कराया जाता है। एक किसान कन्हैया पुत्र सौदान सिंह ने मुख्य डाकघर में लाइन में लगवाने के बाद तीन बार अपना आधार बनवा चुका है लेकिन उसका आधार कार्ड आज तक नहीं आय है। कर्मचारी बिना अवकाश के अनुपस्थित रहते हैं, सावधि जमा खाते में एजेन्ट के माध्यम से कमीशन का खेल किया जाता है, पैसे लेकर कर्मचारियों के स्थानांतरण हो रहे हैं, नियुक्ति? निलंबन में भी अधिकारियों का खेल चल रहा है, निजी व्यक्तियों से डाक का वितरण कराया जाता है।
भाकियू चढूनी के जिलाध्यक्ष संजय पारासर ने जिलाधिकारी से मांग की कि डाकघर के प्रवर अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जए, सम्पूर्ण मामले ने निष्पक्ष जांच स्वतंत्र समिति से कराई जाए, आम जनता का हो रहे शोषण को रोका जाए, पीड़ितों को न्याय प्रदान किया जाए ज्ञापन देने वालों में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन सिंह पहलवान, प्रदेश् उपाध्यक्ष विरला सिंह, डॉ. सतीश चंद्र, सोनवीर सिंह आदि प्रमुख यूनियन के पदाधिकारी शामिल रहे।