
बांकेबिहारी कॉरिडोर के समर्थन में सौंपे गए जिलाधिकारी को ज्ञापन
बांकेबिहारी कॉरिडोर के समर्थन में सौंपे गए जिलाधिकारी को ज्ञापन
मथुरा। वृंदावन में बिहारी जी कॉरिडोर के पक्ष में अब सामाजिक संगठन खुलकर सामने आ रहे हैँ, श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए कॉरिडोर को आवश्यक बताते हुए निर्माण की मांग कर रहे हैँ, शुक्रवार को दर्जन भर संगठनों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी को वृंदावन में कॉरिडोर बनाए जाने की मांग को लेकर ज्ञापन दिए।
जिलाधिकारी कार्यालय पर बांके बिहारी कॉरिडोर के समर्थन में संयुक्त किसान संगठन के बैनर तले भाकियू टिकैत, भाकियू सुनील, कियू अजय, भाकियू अराजनैतिक, भाकियू चौ चरण सिंह के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की। इनके अलावा सामाजिक संगठनों में महाराजा सूरजमल स्मृति न्यास, शहीद भगत सिंह संगठन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति, अखिल भारतीय प्रधान संगठन आदि के जिला मंडल एवं राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। सभी के स्तर पर कॉरिडोर बनवाने की मांग की।
मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में कहा गया है कि ऐतिहासिक प्रमाण उपलब्ध हैं कि श्री बांके बिहारी मंदिर की स्थापना 1863 में भरतपुर के राजा रतन सिंह (महाराजा सूरजमल के वंशज) द्वारा कराई गई थी। मंदिर हेतु राजा रतन सिंह ने अपने हास परिहास बगीचे को दान दिया था। इतिहासकारों के अनुसार मंदिर निर्माण के बाद ठाकुर जी की सेवा में लगे सेवायतों ने इसी बगीचे में अपने घर बना लिए। इस बगीचे में चार कुआं भी हुआ करते थे, अवशेष आज भी मौजूद हैं, कहा कि कॉरिडोर निर्माण से समूचे ब्रज क्षेत्र के धार्मिक, आध्यात्मिक पर्यटन, व्यापार को नए पंख प्राप्त होंगे। वहीं न केवल मथुरा वृंदावन वरन दिल्ली एनसीआर और आसपास के जनपदों में लाखों लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।
ज्ञापन देने वालों में किसान नेता बुद्धा सिंह प्रधान, राजकुमार तोमर, भरत अग्रवाल, डॉ प्रवीण भास्कर एड., विपिन कुमार, डॉ नरेंद्र चौधरी, डॉ नत्थी सिंह तोमर, चौ बलवीर सिंह, चौ विनोद कुमार, सोनवीर चौ, समाजसेवी चौ विजय आर्य, हितेंद्र सिंह चौधरी, आरबी चौधरी, वेदपाल सिंह तोमर, चौ पुष्पेंद्र सिंह बघेल, गजेन्द्र सिंह, बीके चौधरी, जगदीश चौधरी, दिलीप कुमार, सूरजमल, पूरन सिंह, दिलीप कुमार,ओंकार सिंह, भगवान सिंह, देवेंद्र कुमार रघुवंशी, चौ कन्हैया सिकरवार, सुभाष चौधरी,दिनेश कुमार फौजी, सूबेदार सिंह, उमेश, चंद्रभान आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।