
विद्युत विभाग में हादसों की श्रृंखला, नहीं सुधर रहे हालात
विद्युत विभाग में हादसों की श्रृंखला, नहीं सुधर रहे हालात
-भूतेश्वर तिराहे पर खड़ी कार पर जा गिरा बडा ट्रांसफार्मर, उठे सवाल
-शुक्रवार को टैंकर पर गिरा था हाईटेंशन लाइन का तार धूं धूं कर जला था टैंकर
मथुरा। शहर के भूतेश्वर तिराहे पर लगा ट्रांसफार्मर कार पर आ गिरा, कारोबारी की कार पर गिरा तारों के साथ बिजली का खम्भा, टैंकर पर गिरा हाइटेंशन लाइन का तार धूं धूं कर जल उठा टैंकर, किसी की भैंस चिपक कर मरी तो किसी के खेत में खड़ी फसल को कर दिया राख, अचानक दौडा करंट दो कर्मचारियों की मौत ये तमाम घटनाएं दो तीन दिन में ही मथुरा में घटी हैं, यह सबकुछ इसके बावजूद है कि हर साल करोड़ों रुपये विद्युत विभाग मैंटीनेंस के नाम पर खर्च कर रहा है, बार बार पोल बदलने, तार खींचने का क्रम जारी रहता है।
शनिवार को भूतेश्वर तिराहे के समीप सफेद रंग की कार खडी हुई थी, दो खम्भों के ऊपर बड़ा सा ट्रांसफार्मर रखा हुआ था। अचानक ट्रांसफार्मर गाडी के ऊपर आ गिरा, यह देखकर आसपास अफरा तफरी मच गई। यह घटना दिन में हुई जबकि रात में वृंदावन परिक्रमा मार्ग स्थित एक आश्रम के कनेक्शन पर मीटर रूम में कार्य करने के दौरान प्राइवेट बिजली कर्मचारी 26 वर्षीय विनोद पुत्र ओमप्रकाश ठाकुर और 28 वर्षीय हरेन्द्र पुत्र फूल सिंह निवासी ग्राम तंतूरा थाना हाईवे की करंट से चिपक कर मौत हो गई, कंट्रोल रूम पर एसएसओ कर्मवीर सिंह और स्थाई लाइनमैन धर्मेंद्र सक्सेना मौजूद थे। रिकार्ड के अनुसार एई मीटर के कॉल पर शट डाउन लिया गया और हटाया गया। इसी दौरान कार्यरत दोनों कर्मचारियों की मौत हो गई।
शुक्रवार को दिन में थाना जैंत के सामने खड़े टैंकर पर हाईटेंशन लाइन का तार टूट कर गिर गया। चिंगारी से टैंकर धूं धूं कर उज उठा। तीन दमकल ने मौके पर पहुंच कर दूसरे वाहनों को आग की चपेट में आने से बचाया। इससे पहले नेशनल चैंबर के पूर्व अध्यक्ष राजेश बजाज की कार पर बिजली का खंभा टूटकर गिर गया था। इससे उनकी कार में करंट प्रवाहित होने लगा। विद्युत निगम के अधिकारियों को फोन करने के बाद 20 मिनट बाद बिजली कटी। इस दौरान वह कार में अंदर ही फंस रहे। यह सब मथुरा में सामान्य हो चला है।
किसानों की फसलों में आग लगना, किसी के पशु का करंट की चपेट में आकर मर जाना अब लोगों में कौतूहल पैदा नहीं करता है। यहां तक कि अब शिकायत भी बंद हो गई हैं। भारतीय किसान यूनियन सुनील के प्रदेश प्रवक्ता पवन चतुर्वेदी कहते हैं शिकायतों का कोई मतलब नहीं, कोई सुनवाई नहीं होती उल्टे फंसाने और रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी दी जाती हैं। फेडरेशन ऑफ आल इंडिया व्यापार मंडल के प्रदेश प्रवक्ता अजय सराफ का कहना हैं कि विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है, इन लोगों को सिर्फ कमाई दिख रही है काम नहीं।