
बाहुड़ा रथ यात्रा में शामिल हुए हजारों श्रद्धालु भक्त
बाहुड़ा रथ यात्रा में शामिल हुए हजारों श्रद्धालु भक्त
मथुरा । कान्हा की नगरी अंतर्गत मथुरा रिफाइनरी नगर में इन दिनों भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा से समूचा नगर भक्तिमय हो गया है। पिछ्ले दिनों 27 जून आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया को भगवान जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ श्रीगोकुलेश्वर महादेव मंदिर से रथ में विराजमान होकर नगर भ्रमण के लिए निकले थे, जो नगर भ्रमण करते हुए भगवान जगन्नाथ अपनी मौसी देवी गुंडिचा के यहां पहुंचे।
भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र की यहां 9 दिनों तक विशेष पूजा अर्चाना की गई एवं नित्य विशेष व्यंजनों के भोग अर्पित किए गए। आषाढ़ शुक्ल पक्ष की दशमी को भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र रथ में विराजमान होकर वापस अपने श्रीमंदिर की ओर लौटे। इस वापसी रथ यात्रा को बाहुड़ा रथ यात्रा भी कहते हैं। बाहुड़ा रथ यात्रा ने भजन-कीर्तन के साथ समूचे नगर को भक्तिमय वातावरण में बना दिया।
रथ यात्रा में शामिल हुए भक्तों ने कहा कि उन्हें कान्हा की नगरी में ही जगन्नाथ पुरी की रथ यात्रा का अद्भुत संगम देखने को मिला है, ऐसे अद्भुत भक्तिमय वातावरण को भक्तों ने अपनी स्मृतियों में संजोया है। उड़िया समाज मथुरा रिफाइनरी द्वारा निकाली गई भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा में राजा का दायित्व मथुरा रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक व रिफाइनरी प्रमुख मुकुल अग्रवाल ने निभाया। रथ यात्रा में राजा ने रथ के चहुंओर सोने की सोहनी से झाड़ू लगाई एवं भगवान की आरती कर राजा के साथ भक्तों ने मिलकर भगवान जगन्नाथ का रथ खींचा।
बाहुड़ा रथ यात्रा में हजारों की संख्या में नगर वासियों ने बढ चढ़कर भाग लिया। समूचा नगर जय जगन्नाथ के जयघोष से गुंजायमान हो गया। बाहुड़ा रथ यात्रा में मुम्बई से आए बॉलीवुड एक्टर राजा कापसे ने कहा कि उन्हें कान्हा की नगरी में भगवान जगन्नाथ का रथ खींचकर पुरी की जगन्नाथ यात्रा का आनंद मिल रहा है, रथ यात्रा के वापस मंदिर पहुंचने पर भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र की आरती की गई एवं ठाकुरजी को मंदिर में विराजमान किया गया।