
खादर में ’खौफ’ : एक बार फिर खतरे के निशान पर पहुंचा यमुना जलस्तर
खादर में ’खौफ’ : एक बार फिर खतरे के निशान पर पहुंचा यमुना जलस्तर
मथुरा । भाद्र मास के पूरे महीने यमुना अपने आसपास बसे लोगों को डराती रही है, एक बार फिर मथुरा में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है, मथुरा के जयसिंहपुरा खादर में आधा दर्जन कॉलोनियों में फिर पानी भर गया है, इस पूरे पखवाड़े लोग दहशत में रहे हैं, यमुना का जलस्तर इस पखवाड़े में लगातार दूसरी बार खतरे के निशान पर पहुंचा है, यमुना का विश्राम घाट स्थित आरती स्थल पानी में डूब गया है, इसके चलते नौहझील शेरगढ़ मार्ग पर यमुना पुल के समीप ढाई से तीन फीट ऊंचाई तक पानी तेज बहाव के साथ बह रहा है ।
प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बृहस्पतिवार रात से इस मार्ग पर आवागमन पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया, आवागमन बंद होने के बावजूद राहगीर जान जोखिम में डालकर सड़क पार कर रहे हैं, सड़क पार करते समय कुछ लोग पानी के बहाव में बह जाते अगर मौके पर मौजूद लोगो ने उन्हें बचाने के लिए साहस नहीं दिखाया होता, सोशल मीडिया पर इसी जगह के दो वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें एक वीडियो में दो महिलाएं तथा दूसरे एक सिपाही पानी के बहाव में बहने लगते हैं जिन्हें मौके पर मौजूद लोग किसी तरह बचा लेते हैं।
सिंचाई विभाग अपर खंड एक्सईएन नवीन कुमार ने बताया कि शुक्रवार शाम को हथिनीकुंड से 71225 क्यूसेक और ओखला से 42265 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जबकि गोकुल बैराज से 71225 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। जलस्तर बढ़ने से यमुना से सटे जयसिंहपुरा और वृंदावन की दर्जनों कॉलोनियां समेत निचले गांवों में यमुना का पानी घुसने लगा है। हालांकि कुछ क्षेत्रों में पहले से ही यमुना का पानी भरा हुआ है। गांव छिनपारई, अड्डा मीणा, फिरोजपुर, अड्डा मल्हान, मांगरखोर व अड्डा जाटव में कुछ घरों तक पानी पहुंच गया, सैकड़ों बीघा गेहूं, बाजरा, ज्वार व मूंगफली की फसल नष्ट होने के कगार पर है ।