
भ्रष्टाचार : आपदा से पहले ही कराह उठती है "मथुरा नगरी"
भ्रष्टाचार : आपदा से पहले ही कराह उठती है "मथुरा नगरी"
-जिम्मेदारनों की गैरजिम्मेदारी की बजह से शहर में तब्दील होता जा रहा है खादर क्षेत्र
-वृंदावन से लेकर गांव कोयला अलीपुर तक हालत हो गये हैं बेहद खराब, आमजन त्रस्त
मथुरा । जनपद में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, मथुरा में मां यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है, शनिवार को यमुना का जलस्तर 167.10 मीटर तक पहुंच गया, जलस्तर बढ़ने के कारण यमुना के निचले इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं, अब पानी सड़कों तक आ गया है जिससे हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं, अब पानी सड़कों तक आ गया है जिससे हालात बेहद ही चिंताजनक होते जा रहे हैं।
शहर का प्रमुख दाऊजी घाट रोड, जहां कभी मोटरसाइकिलें फर्राटा भरती थीं, वहां अब यमुना का पानी बह रहा है, यही स्थिति पंचमुखी हनुमान मंदिर घाट और रामघाट क्षेत्र में भी देखने को मिल रही है, यहां सड़कों तक पानी पहुंचने से लोगों में चिंता बढ़ गई है, बाढ़ का पानी वृंदावन मथुरा की दर्जनों कालोनियों में घुस गया है, हजारों की संख्या में लोगों को मजबूरी में अपना घर छोडकर सुरक्षित स्थानों पर जाना पडा है, वहीं कुछ लोगों ने ऐसी हालत में भी घर को सूना छोडना ठीक नहीं समझा है, कुछ लोगों ने घर की छत पर ही डेरा डाल लिया है।
इन लोगों की मुशीबत कम होेने का नाम नहीं ले रही है, आसमान में उमडते घुमडते काले मेघ उन्हें डरा रहे हैं, रूक-रूक कर बरसात हो रही है जिससे छत पर रहना अपने आप में किसी आपदा से कम नहीं रह गया है, इसके बाद भी लोग घरों को छोड नहीं रहे हैं, बाढ राहत शिविरों का अधिकारी लगातार दौरा कर रहे हैं, जिन इलाकों में पानी भरा है वहां की बिजली कई दिन पहले ही काट दी गई थी, अधिकारी यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी तरह की कोई जनहानि न हो, कक्षा एक से 12 वीं तक के सभी स्कूल बंद है, हालात नियंत्रण में रहे तो आठ सितम्बर को स्कूल खुलेंगे, शनिवार को पानी कुछ नए इलाकों में फैल गया। कुछ ऐसी कंपनियां भी हैं जिनमें पहली बार पानी पहुंचा है हालांकि वर्ष 2023 की तुलना में यमुना में पानी का स्तर अभी कम है।
शनिवार को यमुना खतरे के निशान से एक मीटर से भी ऊपर बह रही थी, थाना रिफाइनरी क्षेत्र के निचले इलाकों में घुस आया, गांव कोयला अलीपुर और आसपास की कॉलोनियों मे पानी भरने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है, रात को सब सामान्य था और लोग चैन की नींद सोए थे लेकिन सुबह उठकर देखा तो हालात बदल चुके थे, यमुना का पानी गांव में घुस आया और खेतों के साथ साथ कई घर भी इसकी चपेट में आ गए, अलीपुर मोड़ से लगी कॉलोनियों में भी पानी भर गया है, कई जगह तो सड़कों पर इतना पानी है कि लोगों के जूते चप्पल तक बह गए, बच्चे और कुछ लोग बाढ़ के पानी में खेलते भी नजर आए लेकिन ज्यादातर लोग चिंता में डूबे दिखे ।
महापौर विनोद अग्रवाल ने वृंदावन में बाढ़ प्रभावित स्थलों पानी घाट परिक्रमा मार्ग, टटिया स्थान, देवरहा बाबा घाट, मोहिनी नगर विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया, इस दौरान महापौर ने बाढ़ प्रभावित परिवारों से संवाद कर उनका हाल चाल जाना तथा राहत स्वरूप खाद्य पदार्थों का वितरण भी किया, और आमजन से यमुना नदी के समीप न जाने की अपील की, उपसभापति मुकेश सारस्वत, पार्षद सुमित गौतम, घनश्याम चौधरी, पार्षद प्रतिनिधि सतीश बघेल, सहायक नगर आयुक्त अनुज कौशिक, सफाई निरीक्षक सुभाष चंद्र एवं नगर निगम के अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे ।