
रविवार को कई और क्षेत्रों में घुसा यमुना का पानी, लोगों में बढ़ी बेचैनी
रविवार को कई और क्षेत्रों में घुसा यमुना का पानी, लोगों में बढ़ी बेचैनी
-महापौर, सांसद प्रतिनिधि ने बाढ़ राहत केंद्रों का किया निरीक्षण, पीड़ितों से जाना हाल
मथुरा। यमुना नदी में रविवार को भी जल स्तर में लगातार बढोतरी दर्ज की गई, लगातार बढ़ रहे जलस्तर से मथुरा के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान (166 मीटर) से लगातार उपर बह रहा है, मथुरा वृंदावन की दर्जनों कॉलोनियां और यमुना किराने के जनपद के करीब 40 गांव पानी की चपेट में है, एक अनुमान के तहत सात से आठ हजार लोग प्रभावित हुए हैं और हजारों मकानों में पानी घुस गया है, रविवार की दोपहर तक यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 1.40 मीटर ऊपर बह रहा है, यह 2023 के रिकॉर्ड को भी तोड़ चुका है, प्रभावित यमुना के खादर क्षेत्र में स्थित कॉलोनियों और गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है।
विश्राम घाट, बंगाली घाट जैसे सभी घाट पूरी तरह से डूब गए हैं और छाता नौहझील मांट में भी यमुना का पानी निचले मार्ग पर आ गया है जबकि शेरगढ नौहझील मार्ग कई दिन से पानी में डूबा है, जिला प्रशासन ने ऐसे सभी मार्गो पर बैरियर लगा कर यातायात को बंद कर दिया है। वृंदावन परिक्रमा मार्ग का आधे से अधिक हिस्सा पानी में डूबा है, फिलहाल जिला प्रशासन ने परिक्रमा पर भी रोक लगा रखी है। प्रशासन ने जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के लिए राहत शिविर स्थापित किए हैं और नावों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अहतियातन बिजली आपूर्ति काट दी गई है ताकि कोई हादसा न हो। उपर से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर में और वृद्धि होने की आशंका है।
हालांकि अधिकारियों ने सोमवार के बाद जलस्तर में कम होने की उम्मीद जताई है। निचले जल स्तर के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई गांव टापू बन गए हैं, फसलें बर्बाद हो गई हैं और लोगों को अपने घरों को छोड़कर रिश्तेदारों के यहां या आश्रय स्थलों में जाना पड़ा है। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने कहा कि सभी लोगों को सेफ जगह पर ले जाया जा रहा है। आश्वासन दिया कि जिला एवं पुलिस प्रशासन आप लोगों के साथ है। थाना जमुना पार के गांव डेंगरा में बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को रस्से के सहारे निकाला गया, ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासनिक मदद अभी तक नहीं मिली है, सांसद प्रतिनिधि जनार्धन शर्मा ने गुरुकुल विद्यालय बाढ़ शरणालय वृंदावन का निरीक्षण किया। पीडितों को हलवा का वितरण किया गया। वहीं महापौर विनोद अग्रवाल ने वृंदावन बाढ़ शरणालय का निरीक्षण करके खाद्य सामग्री का वितरण किया।