
शहर में चली नाव, बरसात होने पर और भी बिगड़ सकती है स्थिति
शहर में चली नाव, बरसात होने पर और भी बिगड़ सकती है स्थिति
-शहर के अंदर नाले ओवरफ्लो, बहने लगे उल्टे, मसानी क्षेत्र में आया बाढ़ का पानी
-व्यापारियों के गोदामों में पहुंचा बाढ़ का पानी, लाखों का नुकसान का आंकलन
मथुरा । यमुना का जलस्तर लगातार खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बना हुआ है, यमुना तटीय क्षेत्रों में पानी कॉलोनियों और गावों में घुस गया है, मथुरा शहर के अंदर नाले ओवर फ्लो हो रहे हैं, यमुना का जलस्तर लगातार बढने से नाले उल्टा बहने लगे हैं, मथुरा शहर के बीचों बीच मसानी क्षेत्र स्थित मिडलैंड कंपाउंड जोकि ट्रांसपोर्ट कंपनियों के गोदामों का क्षेत्र है और तमाम व्यापारियों के बड़े-बडे़ गोदाम भी वहां पर स्थित हैं, जहां पर विगत दो दिन से पास से बह रहे बड़े नाले के ओवरफ्लो होने से पूरे कंपाउंड में दो से तीन फुट पानी भर गया है ।
यमुना जी में जाने वाले नाले की लौट के चलते यहां बाढ़ जैसी भीषण स्थिति पैदा हो गई है, व्यापारियों के गोदामों में पानी घुस जाने से प्रदीप पोशाक वाले, कपिल पोशाक वाले, दीपक पोशाक वाले सहित लगभग 15 से 20 दुकानदारों का करोडों रूपये का नुकसान हो गया है, पीडित कारोबारियों का कहना है कि जिला प्रशासन के आलाधिकारी स्थान स्थान पर घूम कर बाढ़ पीड़ितों को राहत प्रदान कर रहे हैं। वहीं सरकार को भारी भरकम टैक्स देने वाले बाढ़ पीड़ित व्यापारियों की ओर अभी तक ध्यान ही नहीं दिया गया है, यह बड़े ही आश्चर्य की बात है।
स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि अपनी पीड़ा आखिर हम किससे कहें, स्थानीय व्यापारियों ने अपने स्वयं के खर्चे पर नावों की व्यवस्था करके गोदाम में जो मालों रखा है उसे उन्हें खाली करवाने में लग गए हैं, अगर बरसात हुई तो हालात अब और खराब होंगे, यमुना में नालों का पानी जा नहीं रहा है, यमुना का पानी उल्टा टक्कर मार रहा है जबकि उपर से नालों में लगातार पानी आ रहा है। ऐसे में कारोबारियों के सामने विकट संकट की घडी है। जिला प्रशासन को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए, वहीं फेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, जिला महामंत्री सुभाष सैनी, महानगर अध्यक्ष रासबिहारी अग्रवाल आदि ने शासन प्रशासन से यमुना में आई बाढ़ और बारिश के जमा पानी और नालों के ओवरफ्लो होने के कारण हुए व्यापारियों के नुकसान की भरपाई करने की मांग की है ।