
सांझी महोत्सव में संस्कृति संरक्षण पर दिया गया फोकस
सांझी महोत्सव में संस्कृति संरक्षण पर दिया गया फोकस
-हिताचार्य पीठ में पुष्प, रंग व जल साँझी प्रस्तुतिकरण पर हुई संगोष्ठी
मथुरा । वृंदावन शोध संस्थान एवं श्री राधावल्लभ सेवा ट्रस्ट द्वारा वंशी अवतार श्रीहित हरिवंश महाप्रभु की जन्मस्थली हिताचार्य पीठ श्रीजी मंदिर बाद ग्राम में साँझी महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया, इस दौरान श्रसोपासना में साँझी का स्वरूप विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजित की गई जिसमें ब्रज की पारंपरिक कला साँझी के संरक्षण और संवर्धन पर जोर दिया गया, समारोह में कई कार्यक्रम हुए जिसमें पुष्प, रंग और जल साँझी का प्रदर्शन, समाज गायन और वृक्षारोपण आदि कार्यक्रम शामिल थे।
संगोष्ठी में विधायक श्रीकांत शर्मा ने वृंदावन शोध संस्थान के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ब्रज की इस पारंपरिक कला को बचाने के लिए नई पीढ़ी को आगे आना चाहिए, उन्होंने कहा कि साँझी ब्रज की पहचान है और इसे जीवित रखना हमारा कर्तव्य है, डॉ0 चंद्रप्रकाश शर्मा ने बताया कि सांझी कला, संगीत और साहित्य का अद्भुत संगम है, कहा कि इसकी उपासना से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है और श्रीराधावल्लभ सेवा ट्रस्ट का सहयोग संस्कृति के संरक्षण में सराहनीय है।
आचार्य सुकृतलाल गोस्वामी ने साँझी को एक पर्यावरण अनुकूल उत्सव बताया जिसमें वन वृंदावन में आसानी से मिलने वाली प्राकृतिक सामग्री का इस्तेमाल होता है। उन्होंने कला के साथ साथ इसमें निहित भावनाओं के महत्व पर भी प्रकाश डाला, साँझी महोत्सव में बड़ा रासमण्डल के श्रीमहंत लाड़िलीशरण महाराज ने आशीर्वचन दिए, कार्यक्रम की शुरुआत समाज गायन से हुई, सिंहपौर मंदिर के महंत सुन्दरदास महाराज, महामंडलेश्वर रामस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज, हिताचार्य पीठ के महंत दम्पति शरण महाराज, विधायक श्रीकांत शर्मा, सुनील सिंह, ब्रजेश पुजारी, गोपाल पुजारी, दिव्या शर्मा, साक्षी वत्स, मीडिया प्रभारी दिनेश सिंह तरकर सहित सैकड़ों लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे।