
कांग्रेस कार्यकर्ता किये नजरबंद, राष्ट्रपति को देने जा रहे थे ज्ञापन
कांग्रेस कार्यकर्ता किये नजरबंद, राष्ट्रपति को देने जा रहे थे ज्ञापन
-जिलाध्यक्ष ने किसानों की पीढ़ा को लेकर महामहिम के दौरे पर उठाये सवाल
मथुरा । कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने कांग्रेस कार्यालय से बाहर कदम नहीं रखने दिया, दरअसल मथुरा में कुछ दिन पूर्व बाढ़ आई थी, कांग्रेस कार्यकर्ता देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन के माध्यम से मथुरा की जनता की समस्याओं से अवगत करना चाहते थे, जो ज्ञापन वह राष्ट्रपति को सौंपना चाहते थे उसे जिला प्रशासन को पूर्व में भेजा जा चुका था, ज्ञापन में बाढ़ प्रभावित किसानों को न्यूनतम ढाई लाख रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा तत्काल देने, फसल बीमा दावों की प्रक्रिया सरल करने, नष्ट हुई फसल के लिए वैकल्पिक बीज खाद की व्यवस्था करने की मांग शामिल थी।
जिला प्रशासन को जैसे ही यह पता चला कि कांग्रेस कार्यकर्ता इस तरह की सोच रखते हैं, प्रशासन सतर्क हो गया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश धनगर अन्य कार्यकर्ताओं के साथ जिला कार्यालय पहुंचे लेकिन कार्यालय से बाहर नहीं निकल सके, उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र का गला घोटने के बराबर है, वह महामहिम राष्ट्रपति का सिर्फ ध्यान आकर्षण कराना चाहते थे, इस देश की जनता त्रस्त हो चुकी है, किसान भूखा मरने के कगार पर है और ऐसे में अगर कोई अपने दौरे के नाम पर ही करोड़ों अरबो रुपए खर्च कर रहा हो तो यह किसान के दिल पर घाव देने के बराबर होगा ।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष भाजपा सरकार की तीखी आलोचना की और उन्होंने कहा कि उनको नजर बंद करने से किसानों की समस्याओ का समाधान नहीं होगा समाधान के लिए सरकार को और जिला प्रशासन को आगे आकर के किसानों को राहत देनी होगी और अगर उन्होंने कोई राहत नहीं दी तो वह आंदोलन करके किसानों की समस्याओं का समाधान करेंगे, इस मौके पर जिलाध्यक्ष के साथ पूर्व महानगर अध्यक्ष विक्रम बाल्मीकि, मनोज गौड़, अप्रतिम सक्सैना, सुनील हिंडोल, हाशिम हुमेर, रमेश कश्यप, अनु वर्मा, शहाबुद्दीन कुरैशी, वसीम कुरेशी, दिलशाद खान, विवेक सिंह, बलवीर सिंह, करण निषाद, अरनब चौधरी, दीपक दीक्षित, पंकज चौधरी, खुशीराम पटेल, आशीष अग्रवाल, जिलानी कादरी, रवि वाल्मीकि, सागर माहौर, सुरेश शर्मा सहित आदि कांग्रेसजन उपस्थित थे ।