
बोर्ड बैठक में कान्हा गौशाला और यमुना जल प्रस्ताव हुआ खारिज
बोर्ड बैठक में कान्हा गौशाला और यमुना जल प्रस्ताव हुआ खारिज
-नगर निगम बोर्ड बैठक में पार्षदों के बीच हुआ हंगामा, महापौर के खिलाफ हुई नारेबाजी
-भाजपा पार्षदों और विपक्षी पार्षदों में तीखी नोंकझोंक के बाद हुई जमकर नारेबाजी
मथुरा । मथुरा वृंदावन नगर निगम की गुरुवार को हुई बोर्ड बैठक में कान्हा गौशाला और यमुना जल प्रस्ताव खारिज कर दिये गये हैं, बोर्ड बैठक में हंगामा भी जमकर हुआ, महापौर विनोद अग्रवाल की अध्यक्षता में चल रही बैठक के दौरान पार्षद कुलदीप पाठक और धनंजय के बीच तीखी नोकझोंक ने देखते ही देखते हाथापाई का रूप ले लिया जिससे नगर निगम में व्यवधान पैदा हो गया, महापौर के खिलाफ नारेबाजी को लेकर दोनों पार्षदों के बीच तनातनी हो गई जिससे बैठक कुछ समय के लिए बाधित हो गई ।
विवाद के बीच सबसे अधिक चर्चा का विषय कान्हा गोशाला को संचालन के लिए दान में दिए जाने का प्रस्ताव रहा जिसका पार्षद नीलम गोयल ने कड़ा विरोध किया, उन्होंने आशंका जताई कि इससे निगम की सैकड़ों करोड़ रुपये मूल्य की भूमि निजी हाथों में चली जाएगी, उन्होंने मांग की कि इस प्रस्ताव को तत्काल निरस्त किया जाए, इसी तरह यमुना के प्रदूषित जल को शुद्ध कर पेयजल के रूप में आपूर्ति किए जाने के प्रस्ताव को भी पार्षदों ने खारिज कर दिया, पार्षदों ने सवाल उठाया कि जब जल निगम की ओर से पहले से ही पेयजल आपूर्ति की जा रही है, तो दोहरी योजना क्यों बनाई जा रही है।
पार्षदों के हंगामे और विरोध के बीच बैठक में विकास कार्यों से जुड़े कई प्रस्तावों पर चर्चा हुई, जिन्हें सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया, नगर निगम की बोर्ड बैठक में हुए हंगामे और मारपीट की घटना को लेकर महानगर में तरह-तरह की चर्चाएं चलती देखी गईं, बोर्ड बैठक में पारित हुए इन प्रस्तावों में सड़कों के मरम्मत कार्य, स्ट्रीट लाइट्स की मरम्मत, और कुछ नए नालों के निर्माण शामिल हैं। बैठक में महापौर विनोद अग्रवाल के साथ नगर आयुक्त जग प्रवेश, उपसभापति मुकेश सारस्वत, और उपनेता बालकिशन, तिलक वीर चौधरी समेत अधिकारी और पार्षद मौजूद रहे ।