निकाय चुनाव : मतदाताओं ने साधी चुप्पी, कौन बनेगा महापौर ?
निकाय चुनाव : मतदाताओं ने साधी चुप्पी, कौन बनेगा महापौर ?
-आखिरी चरण में पहुंचा प्रचार अभियान, सभी कर रहे जीत के दावे
मथुरा । नगर निकाय चुनाव प्रचार अभियान अब आखिरी चरण में पहुंच गया है, प्रत्याशियों ने प्रचार अभियान में अपना पूरा दमखम लगा दिया है, चुनावी प्रचार के शोर में आम मतदाता मौन है, मतदाताओं की चुप्पी प्रत्याशियों की धड़कनें बढा रही है, इसके बावजूद सभी प्रत्याशियों के जीत के अपने आंकड़े हैं और सभी अपनी जीत पक्की मानकर चल रहे हैं, हालांकि निकाय चुनाव को स्थानीय स्तर का चुनाव माना जाता है लेकिन यह चुनाव राजनीतिक दलों के सिंबल पर भी लडा जा रहा है, निर्दलीय प्रत्याशी भी पूरा दमखम दिखा रहे हैं ।
मथुरा वृंदावन नगर निगम के महापौर पद के लिए कुल आठ प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं जिनमें भाजपा से विनोद अग्रवाल तो कांग्रेस के चुनाव चिन्ह से श्याम सुंदर उपाध्याय, कांग्रेस पार्टी से समर्थित राजकुमार रावत, समाजवादी पार्टी से तुलसीराम शर्मा, आम आदमी पार्टी से प्रवीण भारद्वाज, बसपा से राजा मोहतसिम अहमद के अलावा निर्दलीय रमेश और बबिता हैं, वहीं दूसरी ओर मतदाताओं की चुप्पी को देखते हुए इस बार राजनीति के आंकड़ेबाज भी गच्चा खा रहे हैं जिससे जीतेगा कौन यक्ष प्रश्न बन गया है जिसका परिणाम तो मतगणना वाले दिन ही मिलेगा ।
नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों में अधिकांश मतदाता कामकाजी होते हैं व उनकी दिनचर्या नियत होती है, वहीं निकाय चुनावों में शिक्षित मतदाताओं का प्रतिशत भी अधिक रहता है, माना जाता है कि निकाय चुनाव में मतदान के अधिकार का प्रयोग करने वाले अधिकांश मतदाता समझदार होते हैं, ऐसे में उनका मिजाज समझना भी हमेशा से ही प्रत्याशियों के लिए मुश्किल रहा है, प्रत्याशियों ने गोटियां बिछा दी हैं, वोटरों को रिझाने के साथ ही अपने वोट बैंक में सेंधमारी रोकने पर भी प्रत्याशियों का फोकस बना हुआ है, प्रत्याशी किसी भी तरह की कोई कोर कसर छोडने को तैयार नहीं है, चुनाव प्रचार के आखिरी चरण में मतदाताओं को रिझाने की भरपूर कोशिश की जा रही हैं, वहीं प्रत्याशियों के समर्थकों ने भी अब अपने आखिरी आंकड़े जारी करना शुरू कर दिया है, अनुमानों के आईने में सभी प्रत्याशी जीत रहे हैं ।