तीन लोक से न्यारी नगरी में चलता है सड़क तोड़ने व बनाने का खेल
तीन लोक से न्यारी नगरी में चलता है सड़क तोड़ने व बनाने का खेल
-महानगर की सड़कों को एक विभाग द्वारा बनाते ही तोड़ने लगता है दूसरा विभाग
मथुरा । कान्हा की नगरी तीन लोक से न्यारी है, यहां कई ऐसे आश्चर्यजनक किस्से देखने को मिलते हैं जो शायद दूसरी जगह नही मिलें, यहां जनप्रतिनिधि ही नहीं बल्कि जिला प्रशासन के अधिकारी भी कई ऐसे कामों के प्रत्यक्ष रूप से साक्षी हैं जो लोगों में कौतूहल पैदा करते हैं, यहां सड़कों की अपनी पीड़ा है, कान्हा की नगरी में सड़कों को बनाने और तोड़ने का क्रम निरंतर चलता रहता है, जैसे ही सड़क बनकर तैयार होती है और दूसरा विभाग उसे तोड़ना शुरू कर देता है, सड़क फिर बनती है और फिर किसी काम के लिए तोडना शुरू हो जाता है ।
स्थानीय लोग सरकारी महकमों की इस कारीगरी को खेल का नाम देते है और जब भी सड़क का टूटना शुरू होता है तो लोग आपस में बातें करने लगते हैं कि खेल हो गया, लोगों का कहना है कि नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, जल निगम सहित दूसरे विभागों के अधिकारी जन सुविधा के लिए किये गये कार्य को करने से पहले एक दूसरे के बीच समन्वय स्थापित नहीं करते हैं जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है, भूतेश्वर रोड, गोवर्धन चौराहा, जुबली पार्क का रोड, डीग गेट रोड आदि शहर के सभी रोड बनते ही क्षत विक्षत हो जाते हैं, सड़कों के बनते ही दूसरा विभाग उन्हें तोड़ने लगता है और एक बार नई सड़क टूटती जाती है तो फिर ठीक से नहीं बन पाती, इससे शहर में जगह-जगह जाम का झाम लग जाता है और सड़क दुर्घटनाओं का दौर भी शुरू हो जाता हैं ।