यमुना प्रदूषण : करोडों की धनराशि हुई खर्च, फिर हुआ जनसंवाद
यमुना प्रदूषण : करोडों की धनराशि हुई खर्च, फिर हुआ जनसंवाद
-जिलाधिकारी द्वारा आयोजित यमुना संवाद से जुड़े जनपदवासी व प्रबुद्धजन
-"जब जागो तभी सवेरा होता है" की बात कहते हुए जिलाधिकारी ने मांगा आमजन से सहयोग
मथुरा । यमुना को प्रदूषण मुक्त करने की लम्बी कवायद में करोडों खर्च होने के बावजूद भी जिला प्रशासन को जनसंवाद की जरूरत महसूस हो गई, शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित यमुना संवाद में जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कहा कि जनपदवासियों के सहयोग एवं जनसहभागिता के माध्यम से यमुना का शुद्धीकरण किया जा सकता हैै, हम सभी को मिलकर यमुना के शुद्धीकरण के लिए आगे आना होगा तथा यमुना की प्रवाह को अविरल बनाने का प्रयास करना होगा, यह सब तभी संभव है जब आप सभी आमजनमानस का सहयोग होगा ।
जिलाधिकारी ने कहा कि "जब जागो तभी सवेरा होता है" इसलिए हमें मिलकर यह कार्य प्रारम्भ करना है और यमुना मैया को स्वच्छ बनाना है, नगर निगम मथुरा वृन्दावन में यमुना का प्रवाह लगभग 16 किमी है जिसमें विभिन्न प्रसिद्ध घाट आते हैं, जनसंवाद में जनपद के पत्रकारों, समाजसेवियों, गणमान्य व्यक्तियों, प्रबुद्धजनों, एनजीओ आदि ने अपने-अपने सुझाव तथा जानकारी सांझा की जिसमें यमुना की सफाई, प्रदूषण से मुक्ति, अविरलधारा आदि के संबंध में अपने विचार रखे, लोगों ने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की गुणवत्ता की जांच कराने के भी सुझाव रखे ।
जिलाधिकारी ने सुझावों का संज्ञान लेते हुए कहा कि सभी सात सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की जांच की जायेगी, इस दौरान लोगो ने घाटों एवं यमुना के किनारे बनी दुकानदारों को वेस्ट सेग्रीगेशन करवाने के सुझाव रखे, कूड़े को सही तरीके से डिस्पोज करने पर चर्चा की, कहा कि जनपद में पॉलीथीन को पूर्ण रूप से बंद करते हुए जूट के थैले का प्रयोग करने हेतु जागरूक करना चाहिए, संवाद में लोगों ने यम द्वितीया को राजकीय मेला घोषित करने व बनारस की गंगा आरती के तर्ज पर यमुना आरती के सुझाव रखे, बैठक में यमुना जी के पानी के री डिस्ट्रीब्यूशन के संबंध में चर्चा की गई जिसमें यमुना जी के पानी को दिल्ली, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश में बाटने पर लोगों ने सुझाव रखे, नगर आयुक्त, एडीएम वित्त एवं राजस्व, डीएफओ, आरओ पीसीबी, पर्यटन अधिकारी, जल निगम, सिंचाई विभाग सहित आसंजन व पत्रकार बन्धु, समाजसेवी, गणमान्य व्यक्ति, प्रबुद्धजन, एनजीओ आदि उपस्थित थे ।