कोसीकलां बस अड्डा पर डग्गेमारों का कब्जा, मौन मुद्रा में जिम्मेदारान
कोसीकलां बस अड्डा पर डग्गेमारों का कब्जा, मौन मुद्रा में जिम्मेदारान
-स्टेशन प्रबंधक ने चस्पा की अवैध वाहनों की सूची, आलाधिकारी नही ले रहे संज्ञान
मथुरा । परिवहन विभाग के आलाधिकारी भले ही विकसित होने और अधिक कमाई के लिए भरसक प्रयास करने के दावे कर रहे हो लेकिन अनदेखी एवं लापरवाही उनके इन प्रयासों की पोल खोल रही है, कोसीकलां बस स्टैंड पर डग्गामारों के कब्जे के सामने अधिकारी कानों को बंद किए बैठे हैं जबकि अधीनस्थ इससे परेशान होकर इससे छुटकारे के बेनतीजता प्रयासों में जुटे हुए हैं ।
शहर की सूरत भले ही दिन प्रतिदिन बदल रही हो लेकिन शहर के लिंक रोड पर स्थित बस स्टैंड की हालात खस्ता ही है, यहां डग्गामारों का रूतबा जरूर बढ गया है, नतीजतन रोडवेज बसों को मुश्किल से सवारियां ही नहीं खडे होने तक की जगह मिल पाती है जिससे परिवहन विभाग को हर रोज हजारों रुपए चूना लग रहा है, बस स्टैंड पर करीब चार दर्जन से अधिक वाहनों ने कब्जा जमाया हुआ है, लिहाजा बस स्टैंड रोडवेज बसों की बजाय इन्हीं वाहनों से भरा रहता है जिनका आतंक भी इतना है कि सवारी तो क्या बस स्टैंड के अधिकारी भी इनके सामने जुबान तक नहीं खोल पाते हैं ।
सवारियों के साथ बदतमीजी के किस्से भी यहां आम हैं, पुलिस प्रशासन की कृपा के साथ ही परिवहन विभाग के आला अधिकारियों के रहम के चलते बस स्टैंड डग्गामार का अडडा बना हुआ है जिसको लेकर स्टेशन प्रबंधक प्रबल प्रताप ने 41 वाहनों की सूची बनाकर वहां चस्पा की है और आलाधिकारियों को भी भेजी है लेकिन डग्गामार की दबंगई इतनी है कि उन्होंने स्टेशन प्रबंधक एवं गार्ड के साथ भी अभद्रता करते हुए यहां अपना सिक्का जमा दिया है जिसपर परिवहन विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं और राहगीर भी डरे हुए हैं, वहीं स्टाफ भी अपने बचाव के प्रयासों में जुटा हुआ है ।