बेसहारा बचन को सहारे देने वाले हाथों को समाज ने किया सम्मानित
बेसहारा बचन को सहारे देने वाले हाथों को समाज ने किया सम्मानित
"ताकि बचपन जिंदगी पर नही बन जाये बोझ" ... की सोच के साथ सक्रिय हैं सतीश चंद्र शर्मा
मथुरा । "बचपन कहीं बोझ नही बन जाये", बेसहारा बचपन को सहारा देने वाले हाथों को अब समाज के जागरूक लोगों का संबल मिल रहा है, इससे उनके हौसले तो बुलंद हो ही रहे हैं, साथ ही उनके इरादों को भी ज्यादा मजबूती मिल रही है, ऐसे ही गरीब बच्चों की जिंदगी में शिक्षा की रोशनी फैलाने में सक्रिय सतीशचन्द्र शर्मा को "द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया मथुरा शाखा द्वारा सम्मानित किया गया है ।
झुग्गी झोपडि़यों में रहने वाले घुमंतू परिवारों के हाथ में भीख का कटोरा एवं कंधे पर कबाड़ का थैला लटकाए बच्चों, अप्रवासी एवं गरीब परिवारों के शिक्षा से वंचित बच्चों को काफी समय से जस्टिस फॉर चिल्ड्रन स्ट्रीट स्कूल निःशुल्क शिक्षा केन्द्रों के माध्यम से शिक्षा देने के साथ ही समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के काम में जुटा हुआ है, जस्टिस फॉर चिल्ड्रन एंड वूमेन सोसायटी अध्यक्ष एवं सामाजिक कार्यकर्ता सतीशचंद्र शर्मा द्वारा मथुरा में संचालित जस्टिस फॉर चिल्ड्रन स्ट्रीट स्कूल सेंटरों के माध्यम 300 से ज्यादा बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य 15 वॉलिंटियर्स की मदद से किया जा रहा है ।
जस्टिस फॉर चिल्ड्रन स्ट्रीट स्कूल निःशुल्क शिक्षा केंद्रों पर शिक्षा एवं संस्कार के साथ बच्चों को विभिन्न विधाओं में पारंगत करने के लिए भी सतत प्रयास किए जा रहे है, बच्चे का समय समय पर सेवा भावी चिकित्सकों की मदद से निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं बच्चों के लिए शैक्षणिक भ्रमण डांस जूडो कराटे एवम अन्य खेल कूद प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन भी किया जाता है, कार्यक्रम के दौरान द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया मथुरा शाखा के चेयरमैन सी0ए0 रोहित कपूर, सचिव सी0 ए0 राहुल चौधरी, सी0ए0 अमित अग्रवाल एवं समस्त पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे ।