गोवर्धन में 5 करोड़ से बना हेलीपोर्ट, उद्घाटन से पहले उखड़ीं टाइल्स
गोवर्धन में 5 करोड़ से बना हेलीपोर्ट, उद्घाटन से पहले उखड़ीं टाइल्स
-मुख्यमंत्री की मंजूरी से बने हेलीपोर्ट के टाइल्स, पत्थर गिरने से गुणवत्ता पर उठे सवाल
गोवर्धन । कस्बा में उद्घाटन होने से पहले ही हेलीपोर्ट के भवन की छत से पहले शिलिंग और अब टाइल पत्थर टूटकर गिरने लगे हैं, राजकीय मुडिया मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को उड़न खटोला से गिरी परिक्रमा कराने एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 4 करोड़ 94 लाख की लागत से बनाया गया हेलीपोर्ट भवन उद्घाटन से पहले ही जर्जर होने लगा है, हेलीपोर्ट भवन की छत से शिलिंग और दीवारों से टाइल पत्थर लगातार गिरने से गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं जिससे जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में आ गई है ।
गिरिराज पर्वत के समीप पैंठा गांव में हेलीपोर्ट का निर्माण 4 करोड़ 94 लाख रुपए की लागत से कराया गया था, वर्ष 2019 में आयोजित मुड़िया मेला में उड़न खटोला उतरने के बाद वर्ष 2022 के राजकीय मुड़िया मेला में उड़न खटोला के उड़ान भरने का दावा किया गया था, इसके बाद 2023 के मुड़िया मेला पर भी यही दावे किये जा रहे थे लेकिन अभी तक उड़न खटोला सेवा शुरू नहीं हो सकी है ।
हालांकि राजकीय मुड़िया मेला 2019 में उड़न खटोला ने गिरिराज परिक्रमा में उड़ान भरी थी, पर्यटन विभाग ने उड़न खटोला से श्रद्धालु भक्तों को गिरिराज परिक्रमा लगवाई थी, उड़न खटोला के लिए डीएवी इंटर कॉलेज के मैदान पर हेलीपैड बनाया गया था, इसके बाद पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग और ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने हवाई यात्रा को नियमित रखने की योजना बनाकर शासन को भेजी थी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योजना को मंजूरी देकर गोवर्धन पर्वत के समीप पैंठा गांव में हेलीपोर्ट का निर्माण प्रांतीय लोक निर्माण विभाग से कराया गया, वह अब देखरेख के अभाव में जर्जर होने लगा है ।