मुड़िया पूर्णिमा मेला : वन वे रूट से मिली छुट्टी, ग्रामीणों को मिली राहत
मुड़िया पूर्णिमा मेला : वन वे रूट से मिली छुट्टी, ग्रामीणों को मिली राहत
-मेला के चलते किया था रूट वन वे, स्थानीय लोगों ने की प्रशासन की सराहना
मथुरा । गुरु पूर्णिमा मेला में भले ही गिरिराज गोवर्धन में लाखों का जनसमूह उमड़ा हो लेकिन इस बार वन वे प्लान में प्रशासन द्वारा दी गई ढील की ग्रामीणों ने खासी प्रशंसा की है, पूरे मुडिया पूर्णिमा मेला के दौरान वन वे प्लान पर प्रशासन द्वारा ज्यादा कड़ाई नहीं बरती गई इससे ग्रामीणों को जिला मुख्यालय तक आवागमन में कोई भी परेशानी नहीं हुई ।
प्रत्येक वर्ष मुडिया पूर्णिमा मेला के दौरान सौंख गोवर्धन मथुरा मार्ग को कम से कम 24 घंटे के लिए वन वे कर दिया जाता था जिससे सौंख व आसपास के ग्रामीणों को 30 किमी अतिरिक्त चक्कर लगाकर सौंख आना पड़ता था, प्रशासन किसी भी कीमत पर छोटे वाहनों को भी मथुरा से सीधे सौंख नहीं आने देता था जिससे ग्रामीण खासी दिक्कत का सामना करते थे लेकिन इस बार सोमवार की शाम तक मेला निर्विघ्न संपन्न होने तथा प्रशासन की बेहतर व्यवस्था को लेकर सौंख क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन की प्रशंसा की है, स्थानीय लोगों के मुताबिक सौंख-गोवर्धन-मथुरा के करीब 55 किमी के सर्किल रूट को प्रशासन द्वारा पूरी तरह से वन वे नहीं किया गया, सौंख व अन्य ग्रामीण अंचल से जुड़े लोगों को मुख्यालय तक आवागमन में कोई दिक्कत नहीं हुई ।
सर्राफा कमेटी के अध्यक्ष रोहिताश्व वर्मा ने कहा कि प्रशासन द्वारा रूट को पूर्णतः वन वे नहीं करने का निर्णय सराहनीय है, जिला प्रशासन बधाई का पात्र हैं, ग्राम पंचायत नैनूपट्टी के प्रधान डा0 देवेंद्र सिंह ने बताया, रूट को पूरी तरह वन वे होने से सौंख क्षेत्र से जुड़े ग्रामीणों को मथुरा आवागमन में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता था जोकि प्रशासन की मजबूत व्यवस्था के चलते इस बार नहीं हुआ, चौकी प्रभारी सौंख संदीप कुमार ने बताया कि रविवार की शाम से सोमवार की शाम तक वन वे प्लान लागू करने का आदेश था लेकिन यह प्लान केवल भारी वाहनों के लिए लागू किया गया था, ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए आसपास के ग्रामीणों के छोटे वाहनों को नहीं रोका गया ।