श्रवण मास के पहले सोमवार को शिवमय नजर आयी कान्हा की नगरी
श्रवण मास के पहले सोमवार को शिवमय नजर आयी कान्हा की नगरी
-शिवालयों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड, किया जलाभिषेक, बम-बम भोले से गूंजी नगरी
मथुरा । सावन के पहले सोमवार को शिवालयों में भक्तों की भारी भीड उमडी, रिमझिम बरसात के बीच शुरू हुई सुबह ने मौसम को भी खुशगवार बना दिया, इस सोमवार को शिवालयों में भारी भीड़ देखने को मिली, प्रशासन के अलावा मंदिर प्रबंधन की ओर से भी इस अवसर पर कई तरह के इंतजाम किये गये थे जिससे श्रद्धालुओं को जल चढ़ाने और पूजा अर्चना के बीच किसी तरह की कोई परेशानी नही हो, शहर से लेकर गांव देहात तक मंदिरों के आसपास सफाई व्यवस्था के खास इंतजाम किये गये थे, मंदिरों में इस दौरान बर्फ से बनाई और सजाई गईं कलाकृतियां भक्तों के आकर्षण का केन्द्र रहीं ।
पं0 कामेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने बताया कि सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार का विशेष महत्व रहता है, इस बार सावन के आठ सोमवार होंगे, इस वर्ष अधिक मास सावन में ही पड रहा है इसलिए सावन के दो महीने रहेंगे, शिव भक्तों के लिए यह हर्ष का विषय है। बडी संख्या में शिव भक्त सावन के महीना भगवान को प्रसन्न करने के लिए कांवड़ लाकर गंगाजल चढ़ाते हैं, धार्मिक नगरी वृंदावन में सावन के पहले सोमवार को वृंदावन के गोपेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा,सुबह से ही शिव मंदिरों के बाहर लगी लंबी कतारें लगी नजर आई ।
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार सावन मास में आठ सोमवार पड़ेंगे, ऐसा दुर्लभ संयोग 19 साल बाद हो रहा है, शिवभक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है, सुबह से ही भक्त भगवान शिव का रुद्राभिषेक करते हुए नजर आये, गोपेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों ने बेलपत्र, धतूरा, दूध अर्पित किये, काफी संख्या में महिलाएं भी मंदिर पहुंचीं, मंदिर के सेवायत सोनू गोस्वामी ने बताया कि मंदिर में सुबह से ही भक्त भारी संख्या में जलाभिषेक करने आ रहे हैं, सावन का प्रथम सोमवार होने की वजह से भक्तों में गोपेश्वर बाबा के दर्शन करने के लिए लालायित नजर आ रहे हैं ।
कोसीकला में भी सुबह से ही शिवभक्त भगवान भोले शंकर के दरबार में जलाभिषेक एवं पूजा के लिए पहुंचते रहे, सुख, शांति और समृद्धि की कामना की, गौमतेश्वर महादेव, बडे महादेव सहित शिवालयों में भी भारी भीड़ रही, महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने व्रत रखकर मनौती मांगी, भक्तों ने शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, धतूरा, नारियल, अक्षत, रोली, मोली आदि सामग्री अर्पित की, मान्यता है कि सावन के सोमवार को भगवान नीलकंठ की पूजा करने का विशेष महत्व है, सुबह से ही शहर के तालाबशाही स्थित बडे महादेव मंदिर सहित अन्य शिव मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ती रही, सुरक्षा की दृष्टि से शिव मंदिरों के बाहर पुलिस बल तैनात रहा ।