भाजपा सरकार जाट आरक्षण पर छल कर रही है-कांग्रेस जिलाध्यक्ष
भाजपा सरकार जाट आरक्षण पर छल कर रही है-कांग्रेस जिलाध्यक्ष
-कांग्रेस ने जाट आरक्षण को दी धार, अध्यादेश लाकर जाटों को दिया जाये आरक्षण
-लोकसभा चुनाव से गरमाने लगी जाट आरक्षण की राजनीति, कांग्रेस ने की शुरुआत
मथुरा । लोकसभा चुनाव से पहले कई तरह के चुनावी मुद्दे पटल पर आ रहे हैं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट वोटरों को प्रभावित करने के लिए राजनीतिक पार्टियां अपने तरीके से काम कर रही हैं, कांग्रेस ने जाट आरक्षण के मुद्दे को हवा देना शुरू कर दिया है, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भगवान सिंह वर्मा ने केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि वह आरक्षण के मुद्दे पर जाटों को गुमराह कर रही है जबकि उसकी गलत मंशा के चलते केन्द्र में जाटों को आरक्षण से वंचित रहना पडा है, भाजपा सरकार के मन में खोट है ।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जिस प्रकार से अध्यादेश लाकर कोर्ट के फैसलों को बदला है, उसी तरह जाट आरक्षण के लिए भी सरकार अध्यादेश लेकर आये और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रदान किये गये ट्रांसफर पोस्टिंग के फैसले को अपने अध्यादेश के जरिए बदल दिया, ठीक उसी प्रकार सुप्रीम कोर्ट द्वारा जाट आरक्षण पर लगाई गई रोक को अपने अध्यादेश के जरिए बदल सकती है, केंद्र सरकार चाहे तो अध्यादेश लाकर के जाटों को पूरे देश में आरक्षण प्रदान कर सकती है लेकिन उसके मन में खोट है और वह जाटों को आरक्षण देना नहीं चाहती है ।
उन्होंने कहा कि 19 मई को केंद्र सरकार ने अरविंद केजरीवाल की सरकार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रदान किये ट्रांसफर पोस्टिंग के अधिकार को अपने अध्यादेश के जरिए छीन लिया था, केन्द्र सरकार चाहे तो इसी प्रकार से वह सुप्रीम कोर्ट द्वारा जाट आरक्षण को लेकर खारिज की गई पुनर्विचार याचिका के बाद पुनः अध्यादेश लाकर के जाटों को केंद्रीय नौकरियों में ओबीसी कोटे में आरक्षण दे सकती है, सुप्रीम कोर्ट ने इसी साल 17 मार्च को जाटों को केंद्रीय नौकरियों में आरक्षण देने वाली केंद्र सरकार की अधिसूचना रद्द कर दी थी, कांग्रेस पार्टी की केंद्रीय सरकार ने चार मार्च 2014 को अधिसूचना जारी कर नौ राज्यों के जाटों को केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल कर किया था, मोदी सरकार केंद्र में जाटों को आरक्षण देने के लिए अध्यादेश व संसद में जाट आरक्षण बिल के द्वारा जाटों को आरक्षण प्रदान कर सकती है, भाजपा जाटों के साथ शुरू से ही भेदभाव की नीति अपना रही है ।