वात्सल्य ग्राम : 551 पार्थिव शिवलिंग का हुआ पूजन अर्चन
वात्सल्य ग्राम : 551 पार्थिव शिवलिंग का हुआ पूजन अर्चन
-वात्सल्य ग्राम स्थित नर्वदेश्वर महादेव की की गई पूजा अर्चना
मथुरा । सावन मास के पहले सोमवार को साध्वी ऋतंभरा ने वात्सल्य ग्राम स्थित 16 फीट के नर्वदेश्वर महादेव की पूजा अर्चना कर पंचमुखी वात्सल्येश्वर महादेव का जलाभिषेक और 551 पार्थिव शिवलिंग का पूजन अर्चन किया, जिन्हें वेद मंत्रों के साथ यमुना जी में विसर्जित किया गया, साध्वी ने श्रावण माह के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस महीने में पूर्णिमा श्रवण नक्षत्र में होने के कारण इस माह का नाम श्रावण पड़ा है ।
साध्वी ऋतम्भरा ने कहा कि सावन में जो मनुष्य मन और इंद्रियों को काबू में रखता है एवं एक समय भोजन करते हुए श्रावण मास बिताता है, उसे तीर्थों में स्नान करने का पुण्य लाभ प्राप्त होता है, विष की गर्मी को शांत करने के लिए देवी देवताओं ने भगवान शिव के ऊपर जल चढ़ाना प्रारंभ किया जिसके कारण सावन में शिव पर जलाभिषेक का विशेष महत्व है, भगवान शिव पर बेलपत्र चढ़ाया जाता है क्योंकि बेलपत्र में तीन पत्तियां होती हैं जो त्रिनेत्र के स्वरूप में मानी जाती हैं जिन्ह चंद्रमा, सूर्य, अग्नि के रूप में माना जाता है, बेलपत्र चढ़ाने से इन तीनों देवताओं की भी पूजा हो जाती है, आचार्य अंकित मिश्रा ने विधिवत पूजन अर्चन कराया, संजय गुप्ता, साध्वी सत्य प्रिया, साध्वी सुह्रदया, साध्वी स्वयं ज्योति, डा0 कल्याणी, स्वामी सत्यशील, साध्वी समन्विता, साध्वी सत्यव्रता, स्वामी सत्यश्रवा, साध्वी वहिनें, रंगनाथ सोनी आदि उपस्थित थे ।