साइबर फ्रॉड : एचडीएफसी बैंक का असिस्टेन्ट मैनेजर ही था सरगना, दो दबोचे
साइबर फ्रॉड : एचडीएफसी बैंक का असिस्टेन्ट मैनेजर ही था सरगना, दो दबोचे
-पुलिस ने बरामद किये दस फर्जी बैंक अकाउंट किट, 10 फर्जी आधार कार्ड व दो मोबाइल
-लोगों के बैंक खाता खुलवाने के साथ ही रच डालते थे फर्जीबाड़े की रणनीति
मथुरा । साइबर ठगी के एक मामले में एक बैंक का असिस्टेन्ट मैनेजर ही इस साइबर ठगों के गिरोह का मास्टरमाइंड निकला है, फ्रॉड करने के आरोप में बरसाना पुलिस ने एचडीएफसी बैंक के असिस्टेंट मैनेजर सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है, इनके कब्जे से एचडीएफसी बैंक की दस फर्जी अकाउंट किट (पासबुक, चेक बुक, एक्टिव एटीएम कार्ड, किट से सम्बन्धित अन्य दस्तावेज), 10 फर्जी आधार कार्ड, दो मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं ।
प्रभारी निरीक्षक थाना बरसाना अरुण कुमार के मुताबिक पुलिस ने विकास कुमार पुत्र शिवराम निवासी विकास बाजार नंगला खंगर थाना नगला खंगर फिरोजाबाद तथा अमित सिंह पुत्र शिवराज सिंह निवासी मऊराम नगरी थाना जैतपुर जिला आगरा को गिरफ्तार किया है, अमित के कब्जे से एक मोबाईल फोन, आठ फर्जी एचडीएफसी बैंक एकाउन्ट किट व पांच फर्जी आधार कार्ड तथा जसवंत नगर इटावा निवासी एचडीएफसी बैंक के असिस्टेंट मैनेजर विकास के कब्जे से पुलिस ने एक मोबाईल फोन, पांच फर्जी आधार कार्ड तथा दो फर्जी एचडीएफसी बैंक एकाउन्ट किट व अन्य दस्तावेज बरामद किये हैं, आईपीसी की धारा 420, 467, 468 व 471 में दोनों साइबर फ्रॉड के खिलाफ थाना बरसाना में मुकदमा दर्ज किया गया है ।
पुलिस के मुताबिक अभियुक्त अमित सीधे सादे लोगों से बैंक में खाता खुलवाने के बहाने आधार कार्ड व पैन कार्ड ले लेता है व ई केवाईसी कराने के बहाने असिस्टेंट बैंक मैनेजर भी कुछ लोगों से आधार कार्ड व पैन कार्ड लेता था, एचडीएफसी बैंक जसवंतनगर में ही खाता खोल देते थे, इन खाते में दोनों अभियुक्त अपना मोबाईल नम्बर व ई मेल आईडी लिंक कर देते और अकाउंट ओपन हो जाते हैं, अभियुक्तों का मोबाईल लिंक होने के कारण असली खाताधारक को अकाउंट के बारे में कोई जानकारी नही होती थी, ऐसे बैंक अकाउंट को साइबर फ्रॉड करने वाले टटलूबाज जावेद निवासी राजस्थान को दे देते हैं, साइबर फ्रॉड के माध्यम से इन खातों में जो पैसा मंगाया जाता है, कम धनराशि होने पर साइबर फ्रॉड करने वाला खुद एटीएम के माध्यम से पैसे निकाल लेता था लेकिन बड़ी धनराशि होने पर असिस्टेन्ट मैनेजर व साथी अभियुक्त द्वारा एचडीएफसी बैंक जसवन्तनगर इटावा से विड्राल के माध्यम से निकाल लेते थे, फ्राड की रकम को दोनों आपस में बांट लेते थे, इनसे बरामद हुए आधार कार्ड में से अधिकांश पर असिस्टेन्ट मैनेजर व उसके साथी अभियुक्त के ही फोटो लगे हैं, यह आधार कार्ड दोनों अभियुक्तों द्वारा फर्जी तैयार किये हैं, इन अकाउंट किट व फर्जी आधार कार्ड को दोनों अपने साथी फ्रॉड करने वाले जावेद निवासी राजस्थान को देने के लिये राजस्थान जा रहे थे ।
पुलिस ने बताया कि जावेद इन फर्जी आधार कार्ड को फर्जी सिम खरीदने में इस्तेमाल करता था तथा उन सिम कार्डों से जावेद साइबर फ्रॉड करके जो पैसा मांगता है वह पैसा इन्हीं खातों में डलवाया जाता है, पहले भी जावेद ने फ्राड कर अभियुक्त गणों द्वारा दिये गये एचडीएफसी बैंक के खाते में फ्रॉड की रकम मंगाई थी, फ्रॉड की रकम निकालने के बाद उस खाते को असिस्टेन्ट मैनेजर बंद कर देता है, दोनों साइबर फ्रॉड को फर्जी आधार कार्डों के 500 रुपये प्रति आधार कार्ड व फर्जी खातों के 10000 रुपये प्रति खाता देता है, बरामद 10 एकाउन्ट्स मे से कुछ में असिस्टेंट बैंक मैनेजर विकास कुमार का मोबाईल 6396858849 व कुछ में अभियुक्त अमित के मोबाईल 9389554762, 8630018178 लिंक हैं, वर्तमान में दोनों के मोबाइल में चल रहे हैं, यह मोबाइल भी पुलिस ने बरामद कर लिये हैं ।