जान जोखिम में डालते हुए परिक्रमा लगा रहे हैं परिक्रमार्थी
जान जोखिम में डालते हुए परिक्रमा लगा रहे हैं परिक्रमार्थी
-पुलिस ने फिर से खोल दिया है परिक्रमार्थियों के लिए शेरगढ़ नौहझील मार्ग
मथुरा । यमुना अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, नौहझील शेरगढ़ मार्ग अभी भी जलमग्न है, पुलिस ने इस मार्ग से ब्रज चौरासी कोसी परिक्रमा कर रहे श्रद्धालुओं का आवागमन पूरी तरह से रोक दिया था, एक बार फिर पुलिस ने बैरियर हटा दिये हैं और श्रद्धालु जान जोखिम में डालकर परिक्रमा पूरी कर रहे हैं, हालांकि मार्ग बंद को करने से परिक्रमार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा था लेकिन कुछ पानी कम हो जाने के चलते सोमवार को परिक्रमार्थियों के लिए मार्ग को दोबारा से खोल दिया गया है ।
स्थानीय गोताखोरों द्वारा अपनी जान जोखिम में डालकर परिक्रमार्थियों को पानी में से निकाला जा रहा है, यह सभी लोग निस्वार्थ भाव से सेवा में लगे हुए हैं, वहीं शेरगढ़ में इनकी कोई ठहरने की व्यवस्था नही होने के चलते परिक्रमा करने वाले लोगों को उनके गंतव्य के लिए निकाला जा रहा है, स्थानीय पुलिस द्वारा दो दिन पहले इस रोड से भारी वाहनों को निकलने दिया जा रहा था लेकिन उसी को कुछ लोगों ने अपना रोजगार भी बना लिया था, ट्रैक्टर चालक मनमर्जी के मुताबिक बाइक सवारों को पानी को पार करवाने देते थे और इसके बदले में वह उनसे पैसा मनमाने पैसे वसूल करते थे, हादसा होने के बाद पुलिस ने रोड को पूरी तरह बंद कर दिया था, परिक्रमार्थियों का कहना है कि स्थानीय लोगों द्वारा उन्हें एक तरफ से दूसरी तरफ पानी को पार कराया जा रहा है, उनसे कोई भी पैसा नहीं वसूला जा रहा है, शेरगढ़ के निषाद समाज के लोग इस सेवा में निस्वार्थ लगे हुए हैं और परिक्रमार्थीयो को पानी पार करा रहे हैं ।