खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन दूधियों पर रख रहा है पैनी नजर
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन दूधियों पर रख रहा है पैनी नजर
-विभाग द्वारा लगातार की जा रही है सैंपलिंग, लगाया जा रहा है अर्थदण्ड
मथुरा । मानव जीवन में दूध को संपूर्ण भोजन माना जाता है, कोई नहीं चाहता कि जिस दूध को वह स्वास्थ रहने के लिए पी रहा है उसी दूध को पीकर बीमार पड़ जाये, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की दूधिया और डेयरी संचालकों पर टेढ़ी नजर है, विभाग द्वारा लगातार सैंपलिंग किये जाने के साथ ही जुर्माना भी लगाया जा रहा है, खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम दूधियों और दुग्ध डेयरियों पर लगातार कार्यवाही कर रही है ।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त डॉ0 गौरी शंकर ने कहा है कि व्यापारी उच्च गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थ बेचें, विभाग द्वारा मिलावटखोरी के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है, अप्रैल से सितम्बर तक 250 सैंपल लिये गये हैं, विभाग द्वारा एक करोड 33 लाख 82 हजार का जुर्माना लगाया गया है, चार लोगों को एसीजीएम कोर्ट से एक साल की सजा हुई है जो खराब गुणवत्ता वाले दूध के आरोपी थे, मिलावटखोरी और खराब गुणवत्ता का दूध बेचने पर कठोर कार्यवाही की जायेगी ।
विभागीय टीम ने ओल कस्बा में महेश डेयरी प्लांट से दूध का एक नमूना लिया, गोवर्धन कस्बा स्थित बृजवासी स्वीट सेंटर का निरीक्षण कर बर्फी तथा घी का एक-एक नमूना संग्रहित किया गया, प्रत्येक माह 30 से 50 सैंपल लिए जाते हैं, अब त्योहार पर यह टारगेट 70 से 80 का है, फल और सब्जियों को गलत दिखने पर फिंकवा दिया जाता है, यह लैब नहीं भेजे जाते हैं, मथुरा में विभाग में व्यापारियों के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की संख्या 31 मार्च तक 11263 थी जो अक्टूबर में बढ़कर 12438 हो गई है, वहीं अनरजिस्टर्ड व्यापारियों का आंकड़ा विभाग के पास नहीं है ।